दो माह पूर्व विश्व प्रसिद्ध देलवाड़ा जैन मंदिर में हुई चोरी के दो आरोपी गिरफ्तार
सिरोही। सिरोही दो माह पूर्व विश्व प्रसिद्ध देलवाड़ा जैन मंदिर में हुई चोरी की वारदात का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा करते हुए गुजरात के दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। थानाधिकारी किशोर सिंह भाटी ने बताया कि चोरी के मामले में गुजरात के शेरगढ दांतीवाडी बनासकांठा निवासी किशन ठाकोर पुत्र वसराम व वीरमपुर बनासकांठा निवासी जगदीश गवारिया पुत्र लक्ष्मण को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इनका सहयोग करने वाले स्थानीय दो युवकों राजेश कोरी व मुकेश कोली निवासी पांडव भवन के पास माउंट आबू को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार चोरी किए गए पैसे व माल की बरामदगी के लिए शुक्रवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से न्यायालय ने दोनों आरोपियों को 2 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा है। इधर, इस मामले को लेकर पुलिस आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि दो माह पूर्व देलवाड़ा जैन मंदिर स्थित नेमीनाथ मंदिर की छत से अज्ञात चोरों ने मंदिर के बरामदे में प्रवेश कर वहां रखा हुआ पारदर्शी कांच का बना दानपात्र का कुंडा सहित ताला तोड़कर दानपात्र में पड़े रुपए चुरा कर कर ले गए थे। जिसको लेकर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। मामले का खुलासा करने में पूरे मामले में कांस्टेबल बाबू सिंह राणावत ने अहम भूमिका निभाई।
17 अगस्त की मध्य रात्रि विश्व प्रसिद्ध देलवाड़ा जैन मंदिर में चोरी की वारदात के बाद मामले को खोलने के लिए पुलिस अधिकारियों पर लगातार दबाव बढ़ रहा था। जिसको लेकर पुलिस ने मामले में तह तक जाने के खूब प्रयास किए। दर्जनों सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, लेकिन चेहरा साफ नहीं आने के कारण इस मामले को खोलने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। उधर आला अधिकारियों द्वारा भी अलग-अलग टीम गठित कर मामले को खोलने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। आखिरकार पुलिस थाने के कांस्टेबल बाबू सिंह राणावत ने तकनीकी आधार पर इस पूरे मामले को खोलने में अहम भूमिका निभाई। जिसकी पुलिस के आलाधिकारियों ने भी कांस्टेबल की सराहना की। कांस्टेबल राणावत ने करीब एक दर्जन मोबाइल टावर से बीटीएस लिया गया। उसके बाद सीडीआर के थ्रू आरोपी नामजद हुए। इस वारदात को खोलने में पुलिस ने करीब सवा लाख मोबाइल नंबरों की जांच पड़ताल की। उसके बाद एक आरोपी का मोबाइल नंबर पकड़ में आया। तत्पश्चात मंदिर के सीसीटीवी फुटेज में आई तस्वीर को आरोपियों के इंस्टाग्राम आईडी से मिलान कर आरोपियों तक पहुंचने में पुलिस को सफलता मिली।