जालोर। आहोर में करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी को श्रद्धांजलि दी गई। जानकारी के अनुसार कालवी की ससुराल ग्राम समुजा में होने के कारण यहां के लोगों का लगाव उसके प्रति अधिक रहा है. इस दौरान आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने बताया कि काल्वी सामाजिक कार्यों में सदैव अग्रणी रहे। उन्हें हमेशा समाज और संस्कृति के अग्रणी रक्षक के रूप में याद किया जाएगा। शिव प्रताप सिंह भैंसवाड़ा ने कहा कि समाज ने एक अमूल्य रत्न खो दिया है। इस अपूरणीय क्षति की भरपाई नहीं की जा सकती है। भूपेंद्र देवासी ने बताया कि कालवी बेशक सबके चहेते नेता थे, सबको साथ लेकर चलते थे. कांग्रेस नेता अमसिंह परिहार ने कहा कि युगों युगों में ऐसे महान व्यक्तित्व जन्म लेते हैं, युवा पीढ़ी को इनसे प्रेरणा लेने को कहा.
चंदन सिंह कोराना ने कहा कि उनकी सोच व्यापक थी, वे छोटे से छोटे व्यक्ति को सम्मान देते थे. अहोर सरपंच सुजाराम प्रजापत ने कहा कि स्व. कालवी सभी समाजों की आवाज उठाते थे। इस दौरान कुंदन सिंह, वन सिंह थुम्बा, पदम सिंह सोढ़ा, लखमा राम देवासी, प्रमोद नामदेव, मुकेश राठी, भारत सिंह राजपुरोहित, रघुवीर सिंह वेदिया, भागवत सिंह कंवाला, जब्बार सिंह शंखवाली, तेजकरण बालोट, भरत सिंह मंडला, दुर्गेश पुरोहित, लाखन सिंह भावरानी, मधुसिंह बोकड़ा, कांतिलाल घांची, सुमेरसिंह मोरू, मांगीलाल प्रजापत, भंवरसिंह नरनाडी, अमर सिंह, कृष्णपालसिंह मोहब्बतसिंह समुजा, जीवनसिंह बुदतारा, विक्रम सिंह गुडा रेलिया, नारायण सिंह जीवनसिंह सेदरिया, गोपसिंह सिराना, जितेंद्र चौधरी, कमलेश पुरोहित, बाबूसिंह देवकी , पीरसिंह मालपुरा, शेषकरण चरण, हेमंत माली, अजयपाल सिंह बागुंडा, श्रवण सिंह गुडा, सतीश शर्मा, परबत सिंह, गोवर्धन सिंह, सौभाग्य सिंह पंचोटा, हितेंद्र सिंह बिठिया, शैलेश बोहरा सहित अनेक लोग मौजूद रहे.