बिना कोचिंग संघर्ष के आरएएस, सब इंस्पेक्टर और लेक्चरर बने आदिवासी युवा

Update: 2023-08-10 10:29 GMT
प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ विश्व आदिवासी दिवस पर पहली बार कॉलेज सभागार में आदिवासी समाज की 10 प्रतिभाओं के साथ गांव और जिले का नाम ऊंचा करने वाले उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव और एसपी अमित कुमार की संयुक्त पहल पर सम्मान कार्यक्रम इतने बड़े पैमाने पर हुआ. अध्यक्षता कलेक्टर ने की. मुख्य अतिथि देवपुरा सरपंच गेंदा देवी मीना और विशिष्ट अतिथि एसपी अमित कुमार थे। बोर्ड परीक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों, विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं तथा एमबीबीएस एवं जेईटी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। जिला परिषद सीईओ रामचन्द्र खटीक, सीएमएचओ वीडी मीना, एडीएम दुर्गाशंकर मीना, आयुक्त जितेन्द्र मीना ने भी संबोधित किया। संचालन धनराज मीना व जगदीश सालवी ने किया। 1. शंकरलाल मईड़ा, आरएएस उपलब्धि: जिले के पीपलखूंट जैसे क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण संस्थानों के अभाव के बावजूद बचपन में मां की मृत्यु और राजस्थान प्रशासनिक सेवा की तैयारी के दौरान पिता की मृत्यु के बावजूद परिवार के पालन-पोषण की जिम्मेदारी निभाई। वर्ष 2018 में बिना कोचिंग के आरएएस में चयन हुआ और तहसीलदार के पद पर ज्वाइन किया। 2. बंटी, व्याख्याता इतिहास उपलब्धि: गांव राणपुर निवासी बंटी ने बीएससी के बाद स्कूल व्याख्याता प्रतियोगी परीक्षा में इतिहास विषय में एसटी वर्ग में राजस्थान में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
उनके द्वारा दिये गये प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन से लगभग 30-40 युवा सरकारी सेवाओं में चयनित हुये। 3. देवीलाल मीना, वरिष्ठ गणित अध्यापक उपलब्धि: सरकारी सेवा में आने के बाद वे लगभग 20 अनाथ विद्यार्थियों की 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई का खर्च उठा रहे हैं। वृक्षारोपण एवं अन्य सामाजिक सरोकार के कार्यों में अग्रणी भूमिका के साथ गणित प्रतिभा खोज परीक्षा कर नवाचार किया। 4. संतोष कुमारी, पुलिस उपनिरीक्षक उपलब्धि: ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्य करते हुए संतोष कुमारी जिले की पहली आदिवासी महिला हैं, जिनका अंतिम चयन राजस्थान पुलिस उपनिरीक्षक प्रतियोगी परीक्षा में हुआ। 5. नानक मीना, तीरंदाज उपलब्धि: राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में 3 स्वर्ण पदक, 2 रजत पदक और 1 कांस्य पदक जीतने में सफलता हासिल की। नानक मीना का चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए भी हुआ है। 6. जगदीश मीना, खेल उपलब्धि: राज्य स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 400 मीटर दौड़ में जगदीश ने 2 स्वर्ण पदक और 1 रजत पदक जीता। राष्ट्रीय प्रतियोगिता में चयनित। 7. कांतिलाल, खेल उपलब्धि: अंतर विश्वविद्यालय खेल प्रतियोगिता में 10 किमी, 5 किमी दौड़ में स्वर्ण पदक और 1500 मीटर दौड़ में रजत पदक जीता। कांतिलाल ने जिले, गांव और माता-पिता का नाम रोशन किया। 8. बद्रीलाल, तीरंदाजी उपलब्धि: बद्रीलाल भारतीय तीरंदाजी के अंतर्गत आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे। 9. विक्रम कुमार, पुलिस कांस्टेबल उपलब्धि: पुलिस लाइन प्रतापगढ़ में कांस्टेबल के पद पर काम करते हुए जिले के युवाओं ने खेलगांव स्टेडियम में कांस्टेबल, वन रक्षक और वनपाल के पदों के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा की तैयारी की, जिसमें कई का चयन हुआ। उन्होंने खुद भी अपनी तैयारी जारी रखी, जिसके चलते उनका चयन सब इंस्पेक्टर पद के लिए हो गया. 10. खुशबू मीना, प्रधानाध्यापिका उपलब्धि: शिक्षा विभाग में प्रधानाध्यापिका पद पर तैनात जिले की पहली महिला हैं, जिनका चयन राजस्थान प्रशासनिक सेवा के साक्षात्कार के लिए हुआ। कॉलेज लेक्चरर के लिए आयोजित परीक्षा सेट भी उत्तीर्ण किया।
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