सीकर न्यूज: अलग मरुस्थल राज्य बनाने की मांग को लेकर मरू प्रदेश की यात्रा शुक्रवार को फतेहपुर पहुंची। फतेहपुर पहुंचने पर मरू प्रदेश के मुखिया जयवीर गोदारा, जयंत मुंड, महिपाल महला सहित अन्य पदाधिकारियों का जगह-जगह पुष्पवर्षा व माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया गया. मरू प्रदेश यात्रा 23 जनवरी को हनुमानगढ़ से शुरू हुई, जो 7 फरवरी को जयपुर पहुंचेगी. जहां एक विशाल सभा का आयोजन किया जाएगा और अलग राज्य बनाने के संबंध में मुख्यमंत्री से बातचीत की जाएगी.
सुबह फतेहपुर तहसील में प्रवेश करने पर रोल साहबसर गांव में भव्य स्वागत किया गया. उसके बाद फतेहपुर कोर्ट परिसर के सामने स्वागत किया गया. अंत में बुद्ध गिरि मंडी के सामने एकत्रित लोगों ने उनका माल्यार्पण किया, पगड़ी बांधी और फूलों की वर्षा कर उनका स्वागत किया। यात्रा में 25 से अधिक ऊंटगाड़ी, किसान सहित सैकड़ों लोग भी घोड़ों पर सवार थे। स्वागत के दौरान हिरना पंचायत के सरपंच जगदीश शर्मा, पूर्व सरपंच सुनील कुमार संदीप भारतीय सुरेंद्र साहू सहित अन्य मौजूद रहे।
मारू प्रदेश के संयोजक जयवीर गोदारा ने कहा कि क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है। विश्व के सैकड़ों देश क्षेत्रफल में राजस्थान से छोटे हैं। क्षेत्रफल अधिक होने के कारण राज्य का विकास नहीं हो पा रहा है राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनू, सीकर, नागौर, पाली, सिरोही, जालौर सहित 12 जिले हैं। हमारी मांग है कि इन जिलों को अलग कर अलग राज्य बनाया जाए। जिसका नाम मरु प्रदेश है। अलग राज्य बनने से इन जिलों का विकास होगा। क्योंकि ये 12 जिले राज्य के अन्य जिलों की तुलना में पिछड़े हैं। इन जिलों में कई किलोमीटर लंबे सीमावर्ती इलाके हैं जहां से विकास के अभाव में लोगों का पलायन हो रहा है जो भविष्य में देश के लिए खतरा है।