दौसा. बेरोजगारी का आलम है कि युवा सरकारी नौकरी के लालच में ठगों के शिकार बन जाते हैं. पुलिस ने सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार किया (Police arrested two vicious crooks) है. आरोपियों ने एक युवक से सैनिक इंजीनियरिंग सेवा में नौकरी दिलवाने का झांसा दिया और फर्जी नियुक्ति पत्र देकर करीब 7 लाख रुपए ठग लिए. इस मामले में पुलिस ने श्याम सुंदर सैनी निवासी बालाहेड़ी और गिर्राज सैनी निवासी पीलवा को गिरफ्तार किया है.
आरोपी ने युवक के पिता को झांसा देकर ठगी की: कोलवा थानाधिकारी रविंद्र चौधरी ने बताया कि मार्च 2022 में विकास शर्मा निवासी दुडकी ने मुकदमा दर्ज कराया था कि वर्ष 2019 में रवि उर्फ रिवेंद्र कुमार शर्मा उसके घर आया. उसने विकास के पिता से नौकरी लगवाने का झांसा देकर भरोसे में ले लिया और 7 लाख रुपए में नौकरी लगवाने की बात पक्की की. जिसके बाद सरकारी नौकरी की चाह में विकास के पिता ने 6 लाख 95 हजार आरोपी रवि उर्फ शिवेंद्र को दे दिए.
जिसके बाद आरोपी रवि ने विकास शर्मा को सैनिक इंजीनियरिंग सेवा में नियुक्ति का फर्जी नियुक्ति भी पत्र दिया और कर्नाटक के बेलगांव में ड्यूटी ज्वाइन करने की बात कही. जैसे ही पीड़ित विकास शर्मा कर्नाटक के बेलगांव पहुंचा तो होटल में रुका. इस दौरान आरोपी ने विकास के ओरिजिनल डॉक्यूमेंट ले लिए और कहा कि वह अपने परिजनों से मिलकर आये क्योंकि एक बार ड्यूटी लगने के बाद छुट्टियां काफी महीनों बाद मिलेगी. जिसके बाद पीड़ित युवक अपने गांव आ गया.
फरार चल रहे आरोपी गिरफ्तार: पीड़ित युवक एक बार फिर बेलगांव कर्नाटक पहुंचा तो आरोपी युवक उसे अटेंड करने नहीं आया और होटल में ही रुकने का बार बार झांसा देता रहा. जिसके बाद पीड़ित युवक समझ गया कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है. इस मामले में मार्च 2022 में मुकदमा दर्ज हुआ था. जिसके बाद कोलवा थाना पुलिस ने आरोपी रवि उर्फ रिवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं इस पूरे मामले में फरार चल रहे. आरोपी श्याम सुंदर सैनी निवासी बालाहेड़ी और गिर्राज सैनी निवासी पीलवा सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दोनों ही आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया. न्यायालय ने दोनों आरोपियों को पुलिस की दो दिनों की रिमांड पर भेज दिया.