भरतपुर में रास्ते में लगे बिजली के तीन पोल दे रहे हादसों को न्योता

Update: 2023-07-25 10:49 GMT

भरतपुर: भरतपुर ग्राम पंचायत माडापुरा के गांव नगला वोसोली के राजकीय माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को स्कूल में एंट्री करने से पहले गंदे पानी व कीचड़ से गुजरने का टेस्ट देना पड़ता है। स्कूल जाने वाले रास्ते पर कीचड़ व गंदे पानी के भराव के बीच बच्चों को काफी सावधानी से चलना पड़ता है। जब बच्चें घर से स्कूल जाते है तो उन्हें कुछ दूरी कीचड़ व गंदे पानी में होकर एवं शेष दूरी जान जोखिम में डालकर नाले के ऊपर होकर आगमन करना पड़ रहा है। इस दौरान विद्यार्थी फिसलकर कीचड़ में गिर जाते है। जिससे बच्चों के कपड़े व बैग कीचड़ से खराब हो जाते है। जलभराव व कीचड़ की समस्या के चलते विद्यार्थियों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को लेकर कई बार ग्रामीण अधिकारियों से शिकायत कर चुके है, लेकिन अधिकारियों व ग्राम पंचायत प्रशासन द्वारा अभी तक समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया है।

जिससे गांव के लोगों में रोष बना हुआ है। ग्रामीण वीरेन्द्रसिंह ने बताया कि गांव के अंदर जाने वाले मुख्य मार्ग पर राजकीय माध्यमिक विद्यालय मौजूद है। इस सडक पर एक तरफ नाला बना हुआ है, जो सड़क से काफी ऊंचा होने से गंदा पानी नाले में नहीं पहुंच पाता है। नाला गंदगी से अवरूद्ध है और कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इस कारण गंदे पानी की निकासी नहीं हो पाती है। ग्राम पंचायत द्वारा गंदे पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं कराने के कारण गांव का गंदा व बारिश का पानी सड़क पर जमा हो रहा है। ग्रामीणों ने कुछ दिन पहले मुझे इस समस्या के बारे में बताया था। जिस पर मैंने माडापुरा ग्राम विकास अधिकारी को पत्र जारी कर जलभराव की समस्या का तुरन्त समाधान करने के निर्देश दिए है, अगर समाधान नहीं हुआ है तो पुनः वीडीओ को कह देता हूं।

जल्दी समाधान करवा दिया जाएगा। वीरसिंह, विकास अधिकारी रूपवास गांव से स्कूल जाने वाले रास्ते में तीन बिजली के पोल है। जिनमें अर्थिंग के तार जमीन में गड़े हुए है। बिजली के पोल व अर्थिंग के तार गंदे पानी में डूबे हुए है। गंदे पानी से निकलने के दौरान करंट लगने का खतरा रहता है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर गंदे पानी निकासी की व्यवस्था नहीं हुई तो कभी भी करंट से हादसा हो सकता है। ग्रामीण बच्चों को पार कराते है रास्ता : मुख्य रास्ते पर जलभराव व कीचड़ की समस्या स्कूली बच्चों के साथ ही ग्रामीणों के लिए भी मुसीबत बनी हुई है। बच्चों को स्कूल पहुंचाने की जिम्मेदारी ग्रामीणों को निभानी पड़ रही है। ग्रामीण बच्चों को साथ लेकर रास्ता पार कराकर स्कूल गेट तक पहुंचाते है। जिसके चलते सड़क की हालत बदतर है।

जलभराव की समस्या के चलते रास्ते पर कीचड़ जमा होने से स्कूली बच्चें एवं राहगीरों को आवागमन में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। घर से स्कूल व स्कूल से घर जाते समय बच्चें कीचड़ में फिसलकर चोटिल हो जाते है। जब ज्यादा बारिश हो जाती है तो सडक से आवागमन बंद हो जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि जलभराव की समस्या के समाधान किए जाने की मांग को लेकर कई बार ग्रामीणों द्वारा स्थानीय विधायक सहित प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है।

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