टोंक न्यूज़, टोंक इस बार जिले में उद्यानिकी किसानों का फाउंटेन प्लांट के प्रति रुझान बढ़ा है। इस सत्र में रिकॉर्ड फाउंटेन प्लांट लगाए जा सकते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि किसानों में फाउंटेन प्लांट के कृषि में होने वाले फायदों के बारे में जागरूकता आई है। वहीं, कृषक वर्गों को 70-75 प्रतिशत अनुदान दिये जाने के कारण किसानों ने इसमें रुचि दिखाई है. उल्लेखनीय है कि 1990-92 से सरकार द्वारा स्प्रिंकलर सिंचाई के लिए प्रेरित कर कार्य किया जा रहा है। लेकिन इसका पूरा असर अभी नजर नहीं आ रहा है। लेकिन अब किसानों में जागरूकता के चलते फाउंटेन प्लांट के प्रति रुझान बढ़ा है।
अधिकारियों का कहना है कि इस बार मिशन के तहत राज्य सरकार द्वारा यह काम किया जा रहा है। सब्सिडी भी 50 से बढ़ाकर 70 से 75 फीसदी कर दी गई है। जिससे इस बार फाउंटेन प्लांट रिकॉर्ड स्तर छू सकता है। इस वर्ष फाउंटेन प्लांट का लक्ष्य 2542 हेक्टेयर है। इसकी तुलना में 1400 हेक्टेयर से अधिक उद्यान भूमि के लिए फाउंटेन प्लांट दिए गए हैं। 529 हेक्टेयर के लिए प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी गई है। 13 सौ से ज्यादा आवेदन आए हैं। जिले में इस सीजन में फाउंटेन प्लांट के क्षेत्र में भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है। विभागीय जानकारी के अनुसार एक हेक्टेयर पर करीब 30 पाइप और 5 फव्वारे दिए जाते हैं। सांकेतिक लागत के आधार पर अनुदान देय है। पिछले पांच साल से बढ़ा रुझान : जिले में पिछले पांच साल की स्थिति पर नजर डालें तो किसानों में फाउंटेन प्लांट को लेकर रुझान काफी तेज है. लक्ष्य से अधिक प्रगति भी हो रही है। इस बार सबसे ज्यादा टारगेट रखा गया है। आधे से ज्यादा लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। मार्च तक रिकॉर्ड लक्ष्य का अनुमान लगाया जा रहा है।