ये सांड है 800 बच्चों का पिता, खाता है स्पेशल डाइट, जानिए सब कुछ

Update: 2023-08-31 09:30 GMT
राजस्थान: बीकानेर में कई गोशाला हैं, जहां हजारों गोवंश रहते है. ऐसी ही एक गोशाला है जो बीकानेर जिले की सबसे बड़ी गोशाला है. जहां एक या दो हजार नहीं बल्कि चार हजार से अधिक गोवंश रहते हैं. यह गोशाला करीब 300 बीघा में फैली हुई है. इतनी बड़ी गोशाला में एक ऐसा सांड है, जो इस गोशाला का एक तरह से राजा कहलाता है. सुनने में भले ही अजीब लगेगा, लेकिन यह सच है. इस गोशाला में एक ऐसा सांड है जो राजा की तरह रहता है और वो अब तक 800 बच्चों का पिता बना हुआ है.
यह सांड अपने बाड़े में स्वयं यानी खुद ही चला जाता है और अपने बाड़े के दरवाजे भी खुद ही खोल लेता है. इसलिए गोशाला के लोगों ने इसका नाम सिद्धार्थ रख दिया. अब इस गोशाला में काम करने वाले लोग इसे सिद्धार्थ नाम से बुलाते है.करीब 30 वर्षो से काम कर रहे सुशील ने बताया कि यह गोधा यानी सांड राठी नस्ल का है और इसकी उम्र 15 साल है.
इस सांड का जन्म इसी गौशाला में हुआ था. गौशाला में इस सांड का अच्छी तरह से लालन पालन कर रहे है. इस सांड दिखने में एकदम अच्छा दिखाई देता है और इस सांड की हाइट साढ़े पांच से छह फुट तक है. यह सुबह व शाम को चारा और खल चूरी खाता है.
15 दिन रखते हैं गायों अलग
वे बताते हैं कि इस सांड को यहां 15 दिन तक सर्विस में लिया जाता है जबकि 15 दिन इसको अलग बाड़े में रखा जाता है. जिससे यह ओर तंदुरस्त हो. यह सांड इस गोशाला का सबसे पुराना है और सबसे मजबूत है. इसके शरीर का आकार भी काफी बड़ा है.साथ ही पंद्रह दिनों तक इसे स्पेशल डाइट खिलाई जाती है, जिनमें सब्जियां, दलिया और चने शामिल हैं.
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