विशेष योग्यजनों को आत्म सम्मान के साथ जीवन सशक्त करने की दिशा में राज्य सरकार संकल्पबद्ध
जयपुर । उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि राज्य सरकार विशेष योग्यजनों को आत्म-सम्मान के साथ जीवन सशक्त करने तथा राज्य की प्रगति में योगदान करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रहे हैं। इन योजनाओं का लाभ राज्य के प्रत्येक दिव्यांगजन तक पहुंच सके इसके लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है।
डॉ. प्रेम चंद बैरवा गुरूवार को भगवंत सिंह मेहता सभागार नेहरू भवन हरिश्चन्द्र माथुर राजस्थान लोक प्रशासन संस्थान में आयोजित राज्य स्तरीय दिव्यांगजन पुरस्कार समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांगजन दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत सरकार द्वारा विभिन्न श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ विशेष योग्यजनों एवं विशेष योग्यजनों के क्षेत्र में कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्तियों और संस्थाओं को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जाता है। इसी तर्ज पर राज्य सरकार द्वारा 3 दिसबंर के दिन विशेष योग्यजनों के कल्याण के क्षेत्र में कार्यरत सर्वश्रेष्ठ विशेष योग्यजनों एवं विशेष योग्यजनों के क्षेत्र में कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्तियों और संस्थाओं को राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया जाता है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस पुरस्कार समारोह के माध्यम से पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति और संस्थान प्रोत्साहित होंगे और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों और उनकी प्रतिभाओं से समाज रूबरू हो सकेगा।
डॉ. प्रेम चंद बैरवा ने कहा कि राज्य में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अन्तर्गत 6.48 लाख से अधिक दिव्यांगजन प्रतिमाह नियमित पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। राज्य में दिव्यांगजनों के लिए सुगम्य वातावरण तैयार किया जा रहा है जिससे कि वे अपनी क्षमता का पूर्ण उपयोग कर सके। उन्होंने कहा कि आज सम्मानित होने वाले दिव्यांगजन और संस्थाओं के लिए यह सम्मान एक प्रतीक मात्र है ऐसी ही अनेक विषेष योग्यजन प्रतिभाएं समाज में छुपी है जिन्हें समाज के सम्मुख लाने की हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अविनाश गहलोत ने कहा कि हम सब मिलकर कार्य करेंगे और विकसित भारत के साथ विकसित राजस्थान का सपना भी साकार करेंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार द्वारा विशेष योग्यजनों के हित में लाभकारी व कल्याणकारी योजनाएं लाई जाएगी और पारदर्शिता के साथ कार्य करते हुए योजनाओं का सीधा लाभ विशेष योग्यजन तक पहुंचाया जाएगा। राज्य सरकार का प्रयास रहेगा कि समाज का कोई भी वंचित और जरूरतमंद वर्ग विभाग की जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से अछूता न रहे।
उन्होंने कहा कि आज के समारोह में सर्वश्रेष्ठ 31 विशेष योग्यजन एवं सर्वश्रेष्ठ विशेष योग्यजन के श्रेत्र में कार्यरत 22 व्यक्तियों और संस्थाओं सहित कुल 53 लोगों को प्रशस्ति पत्र एवं नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा विशेष योग्यजनों के कल्याण के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुंचाकर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है। राज्य में दिव्यांग जनों के चिन्हिकरण एवं प्रमाणीकरण करवाकर यूनिक डिसएबीलिटी पहचान पत्र जारी करवाने में राजस्थान अग्रणी राज्यों में से एक है।
श्री गहलोत कहा कि राज्य सरकार सिलिकोसिस पीड़ित व्यक्ति के यथाशीघ्र प्रमाणीकरण कर उसे आर्थिक सहायता एवं इलाज हेतु 3 लाख रूपये तथा मृत्यु उपरांत परिवार को आर्थिक संबल प्रदान करने के उद्देश्य से 2 लाख रूपये राशि प्रदान करती है। साथ ही सिलिकोसिस प्रमाणित होते ही उन्हें विशेष योग्यजनों के समान पेंशन, पालनहार इत्यादि योजनाओं से लाभान्वित करवाया जाता है।
श्री कुलदीप रांका, अतिरिक्त मुख्य सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता ने कहा कि प्रत्येक जन कल्याणकारी सरकार का प्रयास अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति के आंसू पोंछकर उनको आर्थिक एवं सामाजिक संबल प्रदान करना होता है। उन्होंने कहा कि एक सबके लिए, सब एक के लिए की अवधारणा के साथ राज्य सरकार कार्य कर समाज में दूरगामी परिवर्तन लाने के लिए प्रयासरत है।