NSUI के मंच से राजपूत समाज के खिलाफ दी गई टिप्पणी ने विवाद का रूप ले लिया, मांगी गई माफी
जोधपुर. सोमवार को छात्र संघ चुनाव के लिए नामांकन भरे गए. नामांकन भरने के लिए सभी संगठनों ने पूरा जोर लगाया रैलियों का आयोजन किया इस दौरान एनएसयूआई की ओर से आयोजित एक सभा के मंच से एनएसयूआई के समर्थक व्यक्ति ने राजपूत समाज को लेकर अनर्गल टिप्पणियां कर दी. जिस समय वह व्यक्ति बोल रहा था उस दौरान एनएसयूआई जोधपुर के जिला अध्यक्ष दिलीप चौधरी और अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हरेंद्र चौधरी मौजूद थे. सामने खड़ी भीड़ लगातार तालियां बजा रही थी इसका वीडियो सामने आने के बाद राजपूत समाज के लोगों ने विरोध जताया.
सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे जातिवाद फैलाने की बात कहा. इतना ही नहीं बाड़मेर जिले से भाजपा के विधायक हमीर सिंह भायल ने वीडियो ट्वीट कर लिखा कि बीजेपी विधायक ने कहा की जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के मंच से समाज विशेष पर की गई यह टिप्पणी अमर्यादित और अशोभनीय है. जिनकी प्राथमिक पाठशाला ही ऐसी ओछी मानसिकता सिखाती हो, उस कांग्रेस का चरित्र हम समझ सकते हैं.
वीडियो में हनुमानराम खोजा नाम के शख्स ठाकुरों को लेकर बेहद आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं. कह रहे हैं-ठाकुर तो गयो और ठकुराइन भी गई. आप समाज वालों इस बार नहीं जीते तो सौ साल तक जीत नहीं पाओगे. इतना हीं उस हनुमानराम ने कहा कि- तन मन धन से एनएसयूआई के साथ लग जाओ और इकतरफा वोट करो. करीब एक मिनट के वीडियो में जो खोजा ने कहा वही नराजगी का सबब बना है. उसने कहा है- जेएनवीयू ढहाया समझो ठाकुरों को मिटा दिया.इस पर भी जोरदार तालियां बजाईं गई.
उल्लेखनीय है कि एनएसयूआई प्रत्याशी हरेंद्र चौधरी जाट हैं. अध्यक्ष पद के लिए राजपूत अरविंद सिंह भाटी ने भी दावेदारी कर रखी थी लेकिन उनको प्रत्याशी नहीं बनाया गया. वो एसएफआई से मैदान में हैं. मुकाबला भी इन दोनों के बीच ही माना जा रहा है. इसके चलते चौधरी के समर्थक हनुमान राम खोजा ने ठाकुरों को लेकर टिप्पणी की थी, जिसको लेकर देर शाम माफी भी मांगी लेकिन तब तक सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो चुका था. खोजा खुद भी छात्र नेता रहे हैं. खोजा द्वारा विवादित टिप्पणी का यह पहला मौका नहीं है. इससे पहले 2011 में एबीवीपी के प्रत्याशी रहे महेंद्र नैन के समर्थन में छात्राओं को लेकर भी विवादित टिप्पणी कर चुके हैं.