ट्रेड यूनियनों के गठन में सहायता करना इंटक का मुख्य उद्देश्य रहा: सुरेश चंद्र श्रीमाली
भीलवाड़ा। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक का स्थापना दिवस शुक्रवार 3 मई को मजदूर नेता स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय रमेश चंद्र व्यास की कर्मभूमि गांधी मजदूर सेवालय में श्रमिकों एवं पदाधिकारीयों की उपस्थिति में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सर्वप्रथम पधारे हुए सभी श्रमिकों ने स्वर्गीय रमेश चंद्र व्यास की प्रतिमा पर माल्यार्पण अर्पित किए। बार काउंसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष सुरेश चंद्र श्रीमाली ने मुख्य अतिथि के रूप में उद्बोधन देते हुए कहा कि सबसे शोषणीय स्थिति इस वक्त टेक्सटाइल एवं महिला कामगारों की है जिन्हें शोषण से बचाए जाने की महती आवश्यकता है। इंटक यूनियन का मुख्य उद्देश्य था कि समाज में एक ऐसी व्यवस्था का स्थापना करना जिसमें सभी का सर्वांगीण विकास हो सामाजिक राजनीतिक और आर्थिक शोषण को समाप्त करना समाज को इस प्रकार संगठित करना की पूर्ण रोजगार सुनिश्चित हो सके। कृषि, श्रमिक सहित सभी श्रेणियों के श्रमिकों को संगठित करना ट्रेड यूनियनों के गठन में सहायता करना इसका मुख्य उद्देश्य था। इंटक जिलाध्यक्ष दीपक व्यास ने कहा कि चाहे आज दुनिया में भारत की विकास दर पांचवी स्थान पर हो लेकिन हमारे गरीब श्रमिकों का मिनिमम वेजेज पूरे विश्व में 127वें में स्थान पर है यह बड़ी ही दयनीय स्थिति है।
वह लगातार जिले में संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की समस्याओं को कल्याण मंडल के समक्ष उठाते रहेंगे। जिलाध्यक्ष व्यास ने कहा कि 3 मई 1947 को स्थापित श्रमिकों के हितों के लिए सशक्त माध्यम के रूप में इंटक श्रमिक संगठन की स्थापना की गई थी, जिस जिम्मेदारी को इतने वर्षों से लगातार श्रमिक नेताओं द्वारा जोरदार तरीके से निभाया गया। आंगुचा खान श्रमिक संघ के महामंत्री महेंद्र सोनी ने सभी क्षेत्रों में कार्यरत श्रमिकों को संगठित करने का आह्वान किया एवं बताया कि राजस्थान इंटक की स्थापना ही भीलवाड़ा से श्रमिक नेता स्वर्गीय रमेश चंद्र व्यास के हाथों हुई थी। कार्यक्रम में जलदाय कर्मचारी संघ अध्यक्ष कन्हैयालाल शर्मा, जिला महामंत्री कान सिंह चुंडावत, बीएसएल महामंत्री छोटू सिंह पुरावत, कृषि उपज मंडी के सलाहकार जहीरूद्दीन मेवाफरोश, मेवाराम खोईवाल, नंदलाल गाडरी, घनश्याम सिंह, भैरूलाल पारीक, सत्यनारायण सेन सहित कई सदस्य मौजुद रहे।