उदयपुर। उदयपुर में फलासिया के सरकारी सी.सै. स्कूल की दो छात्राओं को इसी स्कूल के टीचर ने बालश्रम से मुक्त कराकर वापस पढ़ाई से जोड़ने की अनूठी पहल की है। दरअसल, इन दोनों छात्राओं को एक महिला दलाल के मार्फत बीटी कपास ओटने के लिए गुजरात के ईडर में ले जाया गया था। घरवालों को इसका पता नहीं था, उन्होंने आसपास बेटी की तलाश की लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद परिजनों ने स्कूल प्रिंसिपल जाग्रति मेघवाल को इसकी सूचना दी। जिस पर स्कूल टीचर दुर्गाराम मुवाल ने अपने स्तर पर तलाश शुरू की। टीचर दुर्गाराम ने बताया कि उसने सबसे पहले गुजरात जाने वाली गाडी के मालिक का पता लगाया। तब मालूम हुआ कि जगन्नाथपुरी निवासी सूरता इन छात्राओं को गुजरात लेकर गई है।
इसके बाद टीचर ने स्थानीय सरपंच जगदीश कसौटा के सहयोग से इन छात्राओं को वापस लाने का प्रयास किया। 24 घंटे में दोनों छात्राएं रेस्क्यू कर वापस लाईं गई। बता दें, बालश्रम और मानव तस्करी रोकने के लिए टीचर दुर्गाराम बीते एक दशक से प्रयास कर रहे हैं। पुलिस विभाग भी कई बार इस मामले में टीचर का सहयोग ले चुका है। टीचर दुर्गाराम अब तक कई बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवा चुके हैं।