शहर में भाजपा कार्यालय पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जन्म जयंती संगोष्ठी की आयोजित

Update: 2023-07-08 10:59 GMT
राजसमंद। शहर के भाजपा कार्यालय में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें भाजपा जिलाध्यक्ष मान सिंह बाहरठ ने कहा कि सभी को प्रण लेना होगा कि हम भी उनके जैसे सिद्धांतों को अपनाएं। भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, लेकिन इसे बनाने में श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे कई विद्वानों ने कड़ी मेहनत की है। जिसका नतीजा है कि हम इस स्थिति में हैं. जिला मीडिया प्रवक्ता अरविंद सिंह भाटी ने बताया कि संगोष्ठी में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से विचार कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी, मांगी लाल कुमावत, गोपाल कृष्ण पालीवाल, सुरेश पालीवाल, महेश पालीवाल, दिनेश पालीवाल, अशोक रांका, मनोज पारीक, महेंद्र टेलर, हिम्मत मेहता आदि मौजूद थे। जनसंघ के संस्थापक पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर गुरुवार को पार्टी कार्यालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। पंडित जी की छवि पर पुष्प अर्पित किये गये।
सभापति शरद बागोरा, श्यामलाल काबरा, नगर भाजपा अध्यक्ष प्रदीप काबरा ने पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन के बारे में जानकारी दी। इस दौरान अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष मोहम्मद असलम, शंभू शर्मा, प्रकाश सामोता, पार्षद ईश्वर मीना, महिला मोर्चा अध्यक्ष चंचल वैरागी, जनक सिंह देवड़ा, मनीष सुराणा आदि मौजूद थे। भारतीय जनता पार्टी मंडल रेलमगरा के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती पर चर्चा कर चित्र पर माल्यार्पण किया। पूर्व जिला प्रमुख नंदलाल सिंघवी ने डॉ. मुखर्जी के जीवन के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान मंडल अध्यक्ष चतरसिंह राजावत, पूर्व मंडल अध्यक्ष जीवनलाल सोनी, पूर्व महासचिव फतहलाल ढीलीवाल, मंडल पदाधिकारी गिरिराज सोनी, सीताराम कुमावत, मांगीलाल जाट, भरत जाट, विश्व हिंदू परिषद के तहसील संयोजक सुरेश विजयवर्गीय, जिला प्रतिनिधि रमेश टांक, गोवर्धनदास वैष्णव आदि मौजूद रहे। साकेत साहित्य संस्थान में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रवीन्द्र कुमार तोमर ने साकेत के शिक्षकों एवं साहित्यकारों से मुलाकात की और कहा कि जब शिक्षक स्वतः ही अपने साहित्यिक दायित्वों का निर्वहन करते हैं तो यह समाज एवं राष्ट्र के लिए शुभ संकेत है। शिक्षक समूह द्वारा सकारात्मक एवं रचनात्मक लेखन की जो कलम चलाई गई है, वह सराहनीय है। साकेत साहित्य संस्थान ने सभी शिक्षकों एवं साहित्यकारों को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया है। संस्थान के जिला अध्यक्ष पारितोष पालीवाल ने स्कूलों में शिक्षकों एवं साहित्यकारों द्वारा धरातल पर किये जा रहे शिक्षा विभाग के साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जानकारी दी।
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