कोटा। कोटा उपखंड क्षेत्र में जलापूर्ति करने वाली 700 एमएम एमएस पाइप लाइन बुधवार को आम्बाकुई इंटेकवेल पर तेज प्रेशर से फट गई। ऐसे में पानी का ज्यादा रिसाव होने के कारण गुरुवार को क्षेत्र में जल सप्लाई बाधित रहेगी। ग्रामीण एईएन बलभद्र शर्मा ने बताया कि लाइन की मरम्मत के लिए गुरुवार को सुबह से शटडाउन लिया जाएगा। ऐसे में रामगंजमंडी, सातलखेड़ी, चेचट, मोड़क स्टेशन, मोड़क गांव और खैराबाद कस्बे समेत अन्य गांवों में जल सप्लाई नहीं होगी। ^आंबाकुई के समीप मुख्य पाइपलाइन से पानी का ज्यादा रिसाव हो रहा है। ऐसे में शटडाउन लेकर गुरुवार को मरम्मत की जाएगी, ताकि शुक्रवार से नियमित सप्लाई वापस सुचारू की जा सके। -बलभद्र शर्मा, एईएन, जलदाय विभाग गर्मी के सीजन में इस बार 5 अप्रैल से जलापूर्ति बाधित होने का सिलसिला शुरू हुआ था।
जो वर्तमान तक जारी है। पांच अप्रैल को बिजली फॉल्ट के कारण 6 अप्रैल को ग्रामीण क्षेत्र में जलापूर्ति बाधित रही। इसके बाद 26 अप्रैल को फिर से जीएसएस का टावर गिरने से 27 अप्रैल को जलापूर्ति नहीं हो पाई। ऐसे में ग्रामीणों को फिर से पेयजल के लिए परेशान होना पड़ा। फिर 11 मई को आम्बाकुई पर 700 एमएम एमएस पाइपलाइन बैलोरबर गेस्केट फटने से 12 मई को जलापूर्ति नहीं हो पाई। इतना ही नहीं, 12 मई को गेस्केट की मरम्मत नहीं होने के कारण 13 मई को भी सप्लाई ठप रही। इसके 10 दिन बाद फिर से 23 मई और 9 जून को बिजली फॉल्ट के कारण लोगों को पानी नहीं मिल पाया। इसके 6 दिन बाद फिर से 16 जून को पाइपलाइन शिफ्टिंग के कारण जलापूर्ति बाधित रही। ऐसे में लोगों को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ा। अब वापस पाइप लाइन फूट गई है।
आमजन को परेशानी: क्षेत्र के ग्रामीण कस्बों में आए दिन बाधित हो रही जलापूर्ति के कारण आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि पिछले 2 महीनों में 9 बार से ज्यादा पेयजल की आपूर्ति बाधित हुई है। इसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। क्षेत्र में 48 घंटों में एक बार पीने का पानी दिया जाता है। ऐसे में एक दिन सप्लाई बंद होने के कारण पानी की किल्लत हो जाती है। इससे ग्रामीणों को हैंडपंप और दूरी तय कर कुओं से पानी का बंदोबस्त करना पड़ता है।