राज्य सरकार करेंगी सर्वदलीय कमेटी का गठन, ERCP को लेकर सांसद किरोड़ी लाल का जयपुर कूच आंदोलन स्थगित
ईआरसीपी योजना को लेकर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का जयपुर कूच आंदोलन अब स्थगित कर दिया गया है। बता कि कल भाजपा सांसद मुख्यमंत्री आवास पर घेराव के लिए कूच किया था, लेकिन जयपुर से 40 किलोमीटर दूर बस्सी में काफिला रोक दिया गया। सांसद के नेतृत्व में हजारों लोगों का काफिला मंगलवार शाम करीब 4 बजे जयपुर के लिए कूच किया था। मीना का यह आंदोलन पूर्वी कैनाल प्रोजेक्ट को लेकर है। परियोजना को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने की मांग कर रहे हैं। किरोड़ी लाल ईआरसीपी की डीपीआर संशोधित कर केंद्र सरकार को भेजने की मांग गहलोत सरकार से कर रहे हैं। साथ ही, दौसा और आसपास के जिलों के बांधों को योजना में जुड़वाने की मांग कर रहे हैं।
प्रभारी मंत्री विश्वेंद्र सिंह सांसद किरोड़ीलाल मीणा, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, बीजेपी नेता अरुण चतुर्वेदी के साथ वार्ता के लिए जटवाड़ा स्थित लक्ष्मी निवास होटल पहुंचे। इस बीच जटवाड़ा में पुलिस व आंदोलनकारियों के बीच गहमागहमी भी हुई। किरोड़ी और विश्वेंद्र सिंह की वार्ता के बाद जयपुर कूच स्थगित कर दिया गया। प्रभारी मंत्री की वार्ता में सर्वदलीय कमेटी बनने पर सहमति बनी। इसके बाद किरोड़ी लाल ने जयपुर कूच स्थगित कर दिया।जयपुर से करीब 40 किलोमीटर किरोड़ी का काफिला बस्सी पहुंचा। यहां किरोड़ी समर्थक और पुलिस के बीच गहमागहमी हुई। इस मौके पर पुलिस के आला अधिकारी और जयपुर के संभागीय आयुक्त विकास सीताराम भाले समेत उच्च अधिकारी मौजूद रहे। भाजपा नेता ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के मामले सीएम गहलोत पर निशाना साधते रहे हैं। किरोड़ी समर्थक इस कार्यक्रम में 2 लाख लोगों के जुटने का दावा कर रहे हैं।
वहीं भाजपा नेता और पदाधिकारियों ने अप्रत्यक्ष रूप से इस कार्यक्रम से दूरी बना ली है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया और पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह राजस्थान के दौरे पर थे, लेकिन इसके बावजूद किरोड़ी के कार्यक्रम से दूरी बना ली। किरोड़ी लाल ईआरसीपी को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साधते रहे है। जबकि कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा ने ही योजना बनाई थी। हम तो सिर्फ इससे आगे बढ़ाना चाहते हैं। इस मुद्दे को लेकर सीएम गहलोत ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी। लेकिन पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया शामिल नहीं हुए थे।
Source: aapkarajasthan.com