भरतपुर। भरतपुर संत्रुक में दो दिन पहले हुई इस घटना की प्राथमिक जांच में पुलिस को कथित फायरिंग का कोई सबूत नहीं मिला है. उल्टे फायरिंग की तहरीर देने वालों ने गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को लाठियों से जमकर पीटा। घायलों का इलाज एसएमएस अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने अब घायल की पत्नी की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है। सहायक पुलिस अधीक्षक ब्रजेश ज्योति उपाध्याय और उद्योग नगर एसएचओ महेंद्र राठी ने घटना के तथ्यों की जांच की। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जितेंद्र सिंह अपने परिचितों के यहां बैठा था। इसकी जानकारी होने पर संत्रुक निवासी धर्मवीर जाट व उसके परिजनों ने रंजिश में आकर जीतेंद्र की लाठियों से पिटाई कर दी. जिसे पुलिस आरबीएम अस्पताल ले गई।
जहां से उसे जयपुर रेफर कर दिया गया। गंभीर रूप से घायलों का बयान लेने के लिए एएसआई हरिओम को एसएमएस अस्पताल भेजा गया। ऑपरेशन के चलते घायलों के बयान दर्ज नहीं हो सके हैं। वहां से आने के बाद जितेंद्र की पत्नी अंजू ने आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी. जिसके मुताबिक धर्मवीर ने छोटे भाई सत्येंद्र की हत्या के मामले में जितेंद्र का नाम लिखवाया था. उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था। धर्मवीर की धमकियों से पति-पत्नी मथुरा में रहने लगे। रंजिश के चलते वह गांव की संपत्ति बेचना चाहता था। कुछ ग्रामीणों द्वारा संपत्ति खरीदने की इच्छा व्यक्त करने के बाद वह गांव आया था। रात को सोने के बाद सुनील, लखन, रन्नो, कलुआ, धर्मेंद्र आदि उसके घर आ गए। उसने कहा कि इसे अपने घर ले जाओ। इसे जीवन से समाप्त कर देंगे। उनके घर पर मारपीट का केस दर्ज कराएंगे। यह कहकर पति को धर्मवीर के घर ले गए। जहां उसे लाठी-डंडों से पीटा गया।