प्रभारी सचिव डॉ. जोगा राम का दो दिवसीय बारां दौरा - प्रभारी सचिव ने महत्वपूर्ण योजना
बारां । शासन सचिव जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं बारां जिला प्रभारी सचिव डॉ. जोगा राम दो दिवसीय दौरे के तहत बुधवार को मिनी सचिवालय सभागार में गर्मी हीटवेव से बचाव के हेतु पेयजल आपूर्ति, विद्युत वितरण, चिकित्सा व्यवस्था एवं अन्य विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में समीक्षा बैठक ली। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विद्युत वितरण, पेयजल आपूर्ति, चिकित्सा व्यवस्था, ई-फाइल प्रक्रिया, राजस्व से संबंधित प्रकरणों एवं केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं का विभागवार समीक्षा कर आवश्यक दिशानिर्देष दिए। प्रभारी सचिव ने दो दिवसीय दौरे के प्रथम दिन मंगलवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में फील्ड में जाकर के जायजा लिया। उन्होंने इस दौरान जिले में विद्युत, पेयजल आपूर्ति एवं चिकित्सा व्यवस्था के बारे में ग्रामीणों से बात कर जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पीडब्ल्यूडी, शिक्षा, सामाजिक कल्याण, महिला एवं बाल विकास, परिवहन, कृषि सहित सभी विभागों की विभागवार समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों से उच्च स्तर के मामलों का बिन्दुवार नोट कर फाइल बनाकर भिजवाने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने दौरे के दौरान आमजन से प्राप्त सुझावों एवं अत्यधिक गर्मी व हीटवेव के मध्यनजर जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर प्रतिदिन 22 घंटे विद्युत सप्लाई व स्वास्थ्य संबंधी उपकरण व आवश्यक दवाईयां, प्रतिदिन शुद्ध पेयजल आपूर्ति एवं सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। प्रभारी सचिव ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से कहा कि आमजन तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने जिले में पानी सप्लाई की संपूर्ण व्यवस्था के लिए कहा कि टीम बनाकर कार्य करवाएं। जहां कहीं भी पानी सें संबंधित शिकायत मिलती है तो टीम मौके पर पहुंचे और शिकायत का वेरिफिकेशन करके तुरंत समाधान भी करवाएं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी संबंधित अधिकारी समन्वय स्थापित करके पानी सप्लाई के दौरान निरीक्षण करें और पेयजल आपूर्ति के संबंध में व्यवस्थाएं देखें। उन्होंने जिले में हैंडपंप की मरम्मत, बोरवेल, टैंकर द्वारा पेयजल सप्लाई, जिले में पेयजल आपूर्ति का समय, पानी का स्त्रोत, पानी के सप्लाई के माध्यम एवं मॉनिटरिंग के संबंध में जानकारी लेकर निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने डिस्कॉम के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में भीषण गर्मी एवं हीटवेव के कारण बिजली की डिमांड बढ़ने पर ध्यान रहे प्रतिदिन कम से कम 22 घंटे विद्युत की सप्लाई देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मेंटेनेंस तथा उपकरणों की जांच सुबह के समय की जाए। उन्होंने जिले में विद्युत की आपूर्ति संबंधी समस्या का त्वरित समाधान किया जाए। जिले में कितनी बार शटडाउन लिया गया, इसका संपूर्ण विवरण रखें। रखरखाव एवं आवश्यक कार्य हेतु लिए गए शटडाउन में पूरे फीडर की विद्युत सप्लाई बंद ना करें, वहीं कटौती बार-बार रिपीट नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सूचारू विद्युत आपूर्ति, ब्रेकडाउन अथवा अघोषित कटौती की स्थिति में बिजली आपूर्ति की त्वरित बहाली, तय मानकों के अनुसार उपकरणों का नियमित साफ-सफाई एवं मरम्मत के माध्यम से उचित रखरखाव भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिक लोड वाले ट्रांसफर समय रहते बदलें तथा एक ट्रांसफार्मर पर सीमित कनेक्शन देना सुनिश्चित करें। वहीं जहां तार ढीले हैं उन्हें दुरुस्त करवाएं ताकि कोई हादसा ना हो। उन्होंने कहा कि जिले में विद्युत आपूर्ति संबंधी उच्च स्तर के मामलों को लेटर बनाकर भिजवाने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की उपस्थिति शत प्रतिशत करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि चिकित्सा संस्थानों के साथ ही मेडिकल में दवा वितरण की पूर्ण मॉनिटरिंग करें तथा जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी सहित विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में पानी की व्यवस्था सुचारू रखें। साथ ही भीषण गर्मी को देखते हुए कूलर, पंखे भी सुचारू रखें। इस दौरान उन्होंने सीएमएचओ से लू तापघात में दी जाने वाली दवाओं की जानकारी ली तथा जिला मुख्यालय पर कार्यरत डॉक्टरों की भी जानकारी ली। प्रभारी सचिव ने मेडिकल कॉलेज निर्माण के कार्यों की जानकारी लेते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी समय-समय पर प्रभावी मॉनिटरिंग करें इस दौरान उन्होंने जिले में खाद्य पदार्थों में मिलावट व अवधिपार उत्पादों की स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुए समय-समय पर जांच करने व अधिक से अधिक सैंपल लेने के निर्देश भी दिए। उन्होंने आयुर्वेद विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश देते हुए कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को अमल में लाने के लिए विभाग पूर्ण निष्ठा के साथ कार्य करें तथा लोगों को स्वास्थ्य संबंधित जानकारी देकर जागरूकता भी लाएं।
उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को जिले की विभिन्न गौशालाओं में जाकर निरीक्षण करने तथा वहां दवाईयों की उपलब्धता, वैक्सीन, कंपाउंडर की ड्यूटी, पानी की व्यवस्था आदि का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने गौशाला में सरकार द्वारा दी जाने वाली अनुदान राषि के बारे में जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने जिला परिषद सीईओ से पंचायत समितियों में आने वाले विभिन्न कार्यों की जानकारी ली तथा उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंचायत समिति कार्मिकों को ई-फाइल सिस्टम की ट्रेनिंग देकर यह व्यवस्था सुचारू रूप से चालू करवाएं। उन्होंने उपवन संरक्षक को जिले में वृहद स्तर पर पौधरोपण करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने कार्यालय व अस्पतालों में अधिक से अधिक पौधे लगाएं। उन्होंने मनरेगा के श्रमिकों के लिए उचित पानी, छाया एवं गर्मी व लू-ताप को देखते हुए सुबह 10ः30 का समय निर्धारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की अधिकारी लगातार आमजन के संपर्क में रहें, फील्ड में जाकर धरातल स्तर पर कार्य करें जो भी कमियां मिलती है उन्हें त्वरित दुरूस्त करें।
बैठक में जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने कहा कि प्रभारी सचिव द्वारा दिए गए निर्देशों की अनुपालना में आमजन की समस्या निस्तारण के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी बिजली और पेयजल आपूर्ति के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा हीट वेव से बचाव के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। इस अवसर पर एडीएम दिवांशु शर्मा, शाहबाद एडीएम जब्बर सिंह, जिला परिषद सीईओ हरिशचंद मीणा, एसडीएम पूजा मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी, डीएसओ रजत विजयवर्गीय, सीएमएचओ संपतराज नागर, एनआईसी उप निदेशक पूनम पाटनी, एसई डीआर क्षत्रिय, एसई प्रमोद झालानी, एसई आलोक गुप्ता, एसई एनएम बिलोटिया, कोषाधिकारी सावन गर्ग, संयुक्त निदेशक राम कुमार बाथम, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रणवीर सिंह, डीटीओ पीआर जाट, संयुक्त निदेशक कृषि आतीश कुमार शर्मा सहित अन्य उपस्थित रहें।