स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी की खरीद में घोटाला

Update: 2023-06-14 06:16 GMT

उदयपुर न्यूज़: राज्य में स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी द्वारा खरीदी गई एचआईवी जांच किट की खरीद में लाखों का घोटाला सामने आया है. इसमें ठेकेदार से रिश्वत व कमीशन के रूप में 80 लाख रुपये लिए गए। मामला जब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के पास पहुंचा तो उसने कमीशन और घोटाले की बात को प्रथम दृष्टया सही माना और चिकित्सा विभाग से खुली जांच की अनुमति भी मांगी.

चौंकाने वाली बात यह है कि दो माह बीत जाने के बाद भी विभाग कोई जवाब नहीं दे रहा है। एसीबी की जांच के दौरान प्रथम दृष्टया परियोजना निदेशक डॉ. केएल मीणा और तत्कालीन लेखा अधिकारी अशोक कुमार कानूनगो संदेह के घेरे में हैं। आरोप है कि दोनों ने मिलीभगत से जीएफआर नियम 149 का उल्लंघन करते हुए सिंगल बिड प्राइस को मंजूरी दी।

नियमानुसार निर्धारित बजट का उपयोग ब्लड बैंक केन्द्रों पर ब्लड बैग एवं टेस्टिंग किट क्रय करने के लिए किया जाना था, परन्तु इसके विपरीत फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए केवल एच.आई.वी. शिकायत से संबंधित प्राथमिक जांच के बाद एसीबी के आईजी सवाई सिंह गोदारा ने 21 अप्रैल को लेखा अधिकारी अशोक व परियोजना निदेशक डॉ. मीणा के खिलाफ विस्तृत प्रपत्र तैयार कर चिकित्सा विभाग के सचिव को भिजवाया और 17-ए के तहत कार्रवाई की. भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की स्वीकृति मांगी।

इसके जवाब में 27 अप्रैल को चिकित्सा विभाग की संयुक्त सचिव निमिषा गुप्ता ने निदेशक से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी, लेकिन अभी तक उसका जवाब नहीं मिला है. दौसा निवासी सुरेश कुमार कुमावत ने 13 अप्रैल को इस संबंध में एसीबी में शिकायत कर ये आरोप लगाए थे.

भास्कर की पड़ताल में सामने आया है कि उदयपुर के महाराणा भूपाल राजकीय अस्पताल को इस टेंडर के तहत विभागीय खरीद के बाद एक भी ब्लड बैग नहीं मिला है, जबकि मार्च 2023 के बाद एचआईवी एलिसा की 768 किट और एचसीवी की 10 हजार किट खरीदी जा चुकी है. किट आई। यह किट भी चौथी की जगह तीसरी पीढ़ी की है।

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