Jaipur जयपुर । राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के नव निर्मित भवन ‘विधिक सेवा सदन’ का उद्घाटन एवं ‘विधिक सेवा मार्ग’ सड़क का नामकरण शनिवार को न्यायाधिपति बी.आर. गवई, न्यायाधिपति, उच्चतम न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायाधिपति श्री संदीप मेहता, न्यायाधिपति, उच्चतम न्यायालय एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं मुख्य न्यायाधिपति श्री एम. एम. श्रीवास्तव, न्यायाधीश राजस्थान उच्च न्यायालय एवं मुख्य संरक्षक राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं न्यायाधिपति श्री पंकज भण्डारी, न्यायाधीश राजस्थान उच्च न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण तथा अन्य न्यायाधिपतिगण राजस्थान उच्च न्यायालय की उ पस्थिति में हुआ।
इस अवसर पर न्यायाधिपति श्री बी.आर. गवई ने रालसा के नवनिर्मित भवन का अवलोकन किया तथा भवन में मौजूद डिजीटल इंफ्रास्ट्रक्चर और आधुनिक सुविधाओं की सराहना की। उन्होंने रालसा के नवीन लोगो का अनावरण भी किया।
न्यायाधिपति श्री बी. आर. गवई ने राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित जेल सुधार और ओपन जेल के संबंध में सेमिनार, रालसा द्वारा पीरियोडिकल न्यूजपेपर न्याय रो साथी के उद्घाटन समारोह और विशेष योग्यजन बच्चों के लिए शुरू की गयी उड़ान स्कॉलरशिप समारोह को भी संबोधित किया। उन्होंने बताया कि पैरा लिगल वॉलेंटियर्स विधिक सेवा का महत्वपूर्ण स्तंभ है। उन्होंने रालसा द्वारा ओपन जेल एवं न्यायिक सेवाओं को सुलभ और प्रभावी बनाने के लिए किये जा रहे इन प्रयासों की सराहना की और कहा कि अन्य राज्यों के लिए रालसा एक रोल मॉडल के रूप में उभरेगा।
उन्होंने रालसा के नवीन भवन में उपलब्ध कराई जा रही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा की भी सराहना करते हुए कहा कि इस सुविधा से ऑनलाइन ही न्यायिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेगी।
इस अवसर पर न्यायाधिपति श्री बी.आर. गवई ने डेली डायरी कम रेडी रेकनर का भी विमोचन किया। इसमें प्राधिकरण द्वारा किये जाने वाले कार्यों एवं महत्वपूर्ण संपर्क की जानकारी दी गई है साथ ही उन्होंने पीएलवी (अधिकार मित्र) को बैजेज वितरीत किये। उन्होंने सेवानिवृत न्यायाधिपति राजस्थान उच्च न्यायालय श्री जसराज चोपड़ा द्वारा विधिक कार्यों के लिए दी गयी राशि के लिए धन्यवाद कर उनका सम्मान किया।
उन्होंने महिला शिक्षा की दिशा में ज्योतिबा फुले एवं सवित्री बाई फुले के योगदान को भी याद किया तथा रालसा के नवीन लोगो 'अधिकार आपका कर्तव्य हमारा' की सराहना की। उन्होंने नालसा के नवीन कैंपेन नेशनवाईड कंपीटीशन फॉर लॉ कोलेजेज इन रील मेकिंग एंड शॉर्ट फिल्म टाइटल — कनेक्टिंग विद द कॉज के संबंध में जानकारी दी।
न्यायाधिपति श्री संदीप मेहता ने रालसा द्वारा किये गये नवीन पहलों की सराहना करते हुए ई—प्रीजन सॉफ्टवेयर के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने जेलों में जातिगत आधार पर काम के बंटवारे पर संज्ञान लेकर इस संबंध में नियमों में संशोधन किये जाने पर जोर दिया।
मुख्य न्यायाधिपति राजस्थान उच्च न्यायालय श्री एम.एम श्रीवास्तव ने रालसा के नवनिर्मित भवन के डिजीटल इंफ्रास्ट्रक्चर की सराहना की तथा ओपन जेल सिस्टम को राजस्थान में अग्रणी बताया।
न्यायाधिपति श्री पंकज भंडारी ने रालसा द्वारा 6 से 18 वर्ष के विशेष योग्यजन बच्चों के लिए 2500 रूपये प्रतिमाह की स्कॉलरशिप देने की शुरूआत करते हुए इसे एक मानवीय पहल बताया।
कार्यक्रम के अंत में न्यायाधिपति राजस्थान उच्च न्यायालय एवं अध्यक्ष राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति जोधपुर श्री पी एस भाटी द्वारा मुख्य न्यायाधिपति राजस्थान उच्च न्यायालय श्री एम.एम श्रीवास्तव को विधिक सेवा कार्यों को नई दिशा देने के लिए धन्यवाद दिया तथा सेवानिवृत न्यायाधिपति श्री जसराज चोपड़ा एवं उपस्थित सभी अतिथीगणों का धन्यवाद ज्ञापित किया।