अलवर न्यूज़: सरिस्का टाइगर रिजर्व की सबसे उम्र दराज बाघिन एसटी-2 की पूंछ पर घाव हो गया है। करना का बास एनक्लोजर में रह रही बाघिन को सोमवार को डॉक्टरों की टीम ने एनक्लोजर गन से दवा की डोज दी। विशेषज्ञों का कहना है कि इलाज के बाद बाघिन सामान्य विचरण कर रही है।
पूंछ पर घाव की जानकारी मिलने के बाद बाघिन एसटी-2 के उपचार के लिए स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक आरएन मीना ने डीएफओ डीपी जागावत की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया। जिसमें एसीएफ पंकज कुमार मीणा एवं वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉॅ. अरविंद कुमार माथुर, डॉॅ. डीडी मीना, डॉॅ. मनोज मीणा, क्षेत्रीय वन अधिकारी जितेन्द्र सिंह चौधरी, स्थानीय स्वंयसेवी संस्था एवं पंचायत प्रतिनिधि शामिल थे। डॉक्टरों की टीम ने बाघिन एसटी -2 को ट्रेंक्युलाइज गन के माध्यम से दवाई दी है। वन अधिकारी उसके स्वास्थ्य पर निगरानी रखे हुए हैं। बाघिन करीब 11 महीने से एनक्लोजर में है। उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा हो चुकी है।