उदयपुर। उदयपुर सलूम्बर की जनता बरसों से स्थायी सब्जी मंडी की मांग कर रही है। इसके लिए दो बीघा जमीन भी आरक्षित कर रखी है। वहीं नगर परिषद ने डीएलबी को दो करोड़ का बजट प्रस्ताव भी भेज रखा है, इसके बावजूद अब तक इसकी हरी झंडी नहीं मिली। स्थायी सब्जी मंडी के अभाव में लोग एक से दूसरे स्थान पर अलग अलग दूरियों पर बैठे फल- सब्जी विक्रेताओं के पास जाकर खरीदारी करने को मजबूर है। लंबे समय से की ता रही मांग : सलूम्बर नगर के आमजन से सब्जी विक्रेता तक जनप्रतिनिधियों के माध्यम लंबे अर्से से मांग कर रहे हैं कि नगर मुख्यालय पर स्थाई पंजीकृत सब्जी मंडी स्थापित हो, जिससे एक एक ही छत के नीचे फल- सब्जी बेचने वाले व्यापार कर सके।
प्लेटफार्म तैयार, हाई मास्ट लाइटें लगवाई : उल्लेखनीय है कि तत्कालीन नगर पालिका वर्तमान में नगर परिषद की ओर से नगर मुख्यालय के आशीर्वाद गार्डन बाइपास पर करीब 2 बीघा जमीन आरक्षित कर मिट्टी का भराव करके प्लेटफार्म तैयार किया गया तथा हाई मास्ट लाइट स्थापित की गई ताकि सब्जी मंडी का एक जगह संचालन हो सके लेकिन राज्य सरकार के स्वायत्त शासन विभाग ने निर्माण तखमीने के अनुसार बजट पारित करने में असमर्थता जता दी, जिससे सब्जी मंडी स्थापना के कार्य को सफलता नहीं मिल सकी।
तत्कालीन नगर पालिका द्वारा पूर्व बोर्ड के समय फुटकर सब्जी विक्रेताओं के लिए आशीर्वाद गार्डन के पीछे जमीन आरक्षित कर अस्थाई सब्जीमंडी की शुरुआत की गई थी ,उस स्थान पर सब्जी विक्रेताओं के लिए लॉटरी सिस्टम के माध्यम से जगह आवंटन कर केबिन रखने का प्लान तैयार किया गया था, उसे अब अमलीजामा पहनाया जा सकता है तथा परिषद अब एनयूएलएम के माध्यम से व बोर्ड से सब्जीमंडी का निर्माण कर सकती है। जिले के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए कृषि उपज मंडी के पास भी आरक्षित भूमि पर होलसेल सब्जी मंडी बनाकर बाजार में बेतरतीब खड़े सब्जी विक्रेताओं के लिए रोजगार का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है।