सगर वंशी माली समाज के 13 वर-वधु के जोडो ने लिए सात फेरे, पूरा समाज बना साक्षी
राजसमंद। राजसमंद में गुरुवार को सागरवंशी माली समाज की ओर से राजनगर में सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया. सम्मेलन में सलग रामजी और तुलसी विवाह सहित कुल 14 जोड़ों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अग्नि के सात फेरे लिए। सागर वंशी माली समाज का अपने स्तर का यह पहला बड़ा विवाह सम्मेलन है। जिसमें माली समाज सहित अन्य समुदाय के लोगों ने भी उत्साह से भाग लिया। इससे पहले दूल्हा-दुल्हन के लिए राजनगर में बिंदोली भी निकाली गई।
बिंदोली मालीवाड़ा से चलकर नायकवाड़ी, दानी चबूतरा, सदर बाजार, शीतला माता मंदिर, पुराना बस स्टैंड होते हुए बजरंग चौराहा और फिर 100 फीट माणक चौक पहुंचा। बिंदोली में दूल्हा-दुल्हन के दोस्तों समेत परिजन नाचते नजर आए। बिंदोली में दूल्हों को घोड़ों पर और दुल्हनों को गाड़ियों में बिठाया जाता था। उधर तुलसी विवाह को लेकर चारभुजा मंदिर से पुजारी के परिजन व सेवक सालिग्रामजी की बारात लेकर आए. जहां उनका परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया। 14 जोड़े जब विवाह स्थल माणक चौक पहुंचे तो समाज के लोगों ने सभी का स्वागत किया. इस रस्म में शादी की सभी रस्में धूमधाम से पूरी की गईं।