बृजेश बांगड़ हॉस्पिटल में ग्रामीण महिला की मौत, मुआवजे की मांग को लेकर परिजनो ने किया हंगामा
भीलवाडा। शहर के सुभाष नगर थाना क्षेत्र में स्थित बांगड़ हॉस्पिटल में चिकित्सकों की लापरवाही से मरीजों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कोरोना के शुरुआती दौर में विवादों में आए इस अस्पताल में विगत कुछ महीनों में हंगामे और प्रदर्शन कई बार हो चुके हैं। गुरूवार को एक बार फिर हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते एक महिला मरीज की मौत हो गई। जिसके बाद देखते ही देखते निजी अस्पताल में परिजनों और लोगों की भीड़ का जमावड़ा लग गया और उन्होंने अस्पताल का मुख्य द्वार बन्द कर जमकर हंगामा भी किया। परिजनों ने अस्पताल में डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉक्टर को हटाने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की। जानकारी के अनुसार आसींद क्षेत्र के भेरुखेड़ा गांव की रहने वाली 60 वर्षीय जस्सू देवी पत्नी स्व छोगा गुर्जर भीलवाड़ा अपने पीहर आई हुई थी। उनका अहमदाबाद के डॉक्टरों के जरिए एलर्जी का इलाज चल रहा था, दवाई की डोज ज्यादा होने के कारण परिजन डॉक्टरों से राय लेने के लिए महिला को लेकर बांगड़ हॉस्पिटल पहुंचे जहा चिकित्सको ने परीक्षण के बाद ऑपरेशन की बात कही।
मृतका के परिजनो का कहना है की हॉस्पिटल प्रबंधन ने 15 से 20 मिनट ऑपरेशन चलने की बात कही, लेकिन ऑपरेशन में 5 से 6 घंटे का वक्त लिया और परिजनो को बिना बताए जस्सू देवी को वेंटीलेटर पर शिफ्ट करके हजारों रुपए की दवाई मंगवाई गई। अच्छा खासा बिल बनाने के बाद परिजनों को जस्सू देवी की मौत की खबर दी गई, जबकि एलर्जी की समस्या के चलते जस्सू देवी हॉस्पिटल आई थी, लेकिन चिकित्सको ने लापरवाही पूर्वक इलाज किया जिससे उनकी जान चली गई। मुआवजे की मांग को लेकर परिजनो ने हॉस्पिटल के मुख्य द्वार को बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना पर सुभाष नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाने की सलाह देते हुए परिजनो से समझाइश कर मामले को शांत करवाया। इधर हॉस्पिटल प्रबंधन ने भी परिजनों से वार्ता शुरू की है। फिलहाल वार्ता जारी है।