राजस्थान: मुस्लिम प्रेमिका के परिजनों ने धमकाया तो युवक ने लगाई फांसी, 'यह मेरी शादी नहीं होने देंगे' लिखकर दूसरे ने दी जान
पढ़े पूरी वारदात
राजस्थान में दो युवकों ने आत्महत्या कर ली। दोनों के जिले अलग-अलग हैं, लेकिन मौत चुनने का कारण एक ही है...'प्यार'। मरने वाले दोनों युवक अपनी पसंद से शादी करना चाहते थे। अलवर का एक युवक अपनी प्रेमिका को लेकर घर से भाग गया, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़कर वापस ले आई। उसके बाद से लड़की के परिवार वाले उसे परेशान करने लगे। आखिर में तंग आकर उसने जान दे दी।
वहीं, कोटा का रहने वाले दूसरे युवक पर नाबालिग को भगाने का आरोप लगा। किशोरी के परिजनों की भीड़ ने युवक के घर को घेर लिया। इस दौरान उसने फांसी लगाकर जान दे दी। मरने से पहले युवक ने एक सुसाइड में लिखा, मैं उससे बहुत प्यार करता हूं, लेकिन अब यह लोग मेरी शादी नहीं होने देंगे।
5 मई को घर से भागा था प्रेमी युगल, पुलिस हरियाणा से लाई थी
अलवर के मत्स्य इंडस्ट्रियल एरिया थाना इलाके में गुरुवार को 20 साल के युवक ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दलित युवक दीपक खेड़ली सैयद गांव का रहने वाला था। पड़ोस में रहने वाली मेव मुस्लिम लड़की से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। 5 मई को दीपक और उसकी प्रेमिका घर से भाग गए थे। इसके बाद लड़की के परिजनों ने पुलिस दीपक के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। दस दिन बाद 15 मई को प्रेमी युगल को पुलिस हरियाणा से पकड़कर ले वापस ले लाई। दो दिन पुलिस हिरासत में रखने के बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया।
इस दौरान लड़की ने अपने बयान में कहा, वह अपनी मर्जी से दीपक के साथ गई थी। उसके इस बयान के बाद अदालत ने दीपक को जमानत दे दी। दीपक के परिजनों का आरोप है कि वापस आने के बाद से लड़की के परिजन उसे लगातार परेशान कर रहे थे। कहीं आने-जाने पर उसका पीछा करते थे, कॉल कर जान से मारने की धमकियां देते थे। इस कारण वह किराए पर कमरा लेकर रहने लगा था। परिजनों का आरोप है कि बीते गुरुवार को वह कुएं पर नहाने गया था। लड़की के परिजनों ने पीछाकर उसे जान से मारने की धमकी दी और जाति सूचक गालियां भी दी। वहां से वापस आने के कुछ देर बाद उसने फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
नाबालिग के परिजनों ने घेरा घर, युवक ने लगाई फांसी
दूसरा मामला कोटा के सुल्तानपुर के नोताडा मालियान गांव का है। यहां बुधवार देर रात 15 साल की लड़की घर से लापता हो गई थी। सुबह परिजनों ने थाने में अपहरण का केस दर्ज करवाया। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी कि उसी दिन देर रात वह वापस आ गई। पुलिस ने उसे कोटा बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया। इसके बाद उसे नारीशाला भेज दिया गया। इधर, लड़की के परिजनों को जानकारी मिली कि उसे गांव के लोकेश प्रजापति (19) के घर से निकलते हुए देखा गया है। जिससे नाराज उसके परिजन सहित अन्य लोग लोकेश के घर के बाहर जुट गए।
सूचना पर रात 9.30 बजे पुलिस मौके पर पहुंची। लोकेश के घर के बाहर मौजूद भीड़ को पुलिस ने समझाने का प्रयास किया। लड़की के परिजनों ने लोकेश पर उनकी बेटी को भगाकर ले जाने का आरोप लगाया। पुलिस ने युवक के परिजनों से उसके बारे में पूछताछ की तो उन्होंने कहा, भीड़ के आने के बाद उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया है। बार-बार कहने पर भी दरवाजा नहीं खोल रहा। इसके बाद पुलिस घर में घुसी और कड़ी मशक्कत के दरवाजा खोला। इस दौरान लोकेश पंखे से झूल रहा था।
यह लोग मेरी शादी नहीं होने देंगे
पुलिस के अनुसार कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें लिखा है, 'मैं उससे बहुत प्यार करता हूं, लेकिन अब लोगों को पता चल गया है, यह मेरी शादी उससे नहीं होने देंगे इसलिए में आत्महत्या कर रहा हूं।