Pratapgarh: जिला कलेक्टर सर्वे टीमों के साथ एकल नारियों के घर पहुंचे प्रतापगढ़
Pratapgarh प्रतापगढ़ । जिला कलक्टर डॉ. अंजली राजोरिया के अभियान मिशन बाबूल की बिटिया के अंतर्गत एकल महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए घर-घर सर्वेक्षण का कार्य आज सोमवार से शुरू हुआ। इसी क्रम में सर्वे कार्यों का जायजा लेने और धरातल पर पूर्ण रूप से अभियान का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने और इसको सार्थक बनाने के उद्देश्य से जिला कलक्टर डॉ. राजोरिया ने ग्राम पंचायत खेरोट का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राम पंचायत खेरोट पहुंचकर सर्वेक्षण दल के कार्यों का अवलोकन किया और स्वयं महिलाओं से संवाद कर उनकी स्थिति तथा सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने की वास्तविकता जानी। संवाद के दौरान उन्होंने एकल महिलाओं की बहुत सी समस्याओं के बारे में जाना और अधिकारीयों को आवश्यक दिशा निर्दश दिए।
एकल महिलाओं के परित्यक्ता प्रमाण पत्र के सम्बन्ध में दिए निर्देश
निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर स्वयं एकल महिला के घर पहुंचे और एकल महिलाओं से उनके जीवन की चुनौतियों के बारे में जानकारी ली। सर्वे के दौरान जिला कलक्टर ने महिलाओं से संवाद करने पर जाना की ऐसी बहुत सी महिलाएं है जो अपने पति के साथ नहीं रह रहीं है और न ही उनका विधिक रूप से तलाक हुआ है, जिसकी वजह से उन्हें भरण पोषण और पालनहार का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिला कलक्टर संवेदनशीलता दिखाते हुए सम्बंधित अधिकारियों को बताया की यदि कोई महिला 3 साल से अधिक समय से अपने पति से अलग रह रही है और उसका विधिक रूप से तलाक नहीं हुआ है, तो उसका परित्यक्तता प्रमाण पत्र सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी द्वारा अनुशंसा करने पर एसडीएम द्वारा जारी किया जा सकता है। उन्होंने कहा की यदि कोई महिला चाहती है तो विधि एवं नियमानुसार उसका परित्यक्तता प्रमाण पत्र बनवा कर सहायता की जाए।
इसके अलावा उन्हें परित्यक्ता महिलाओं के डेटा का सत्यापन करने और पात्र एकल महिलाओं से आवेदन प्राप्त करने के लिए भी कहा गया है ताकि उन्हें योजनाओं का लाभ मिल सके। इसी के साथ ही उन्होंने निर्देश दिए गए कि सर्वे टीम का गठन इस प्रकार किया जाए की टीम को महिलाओं को अधिक से अधिक समय देने का अवसर मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने सर्वे करने वाली टीम को टारगेट-बेस्ड सर्वे करने के लिए कहा ताकि सर्वे समय पर पूरा हो सके और एकल महिलाओं को पूरी तरह से समय मिल सके।
महिलाओं से संवाद किया संवाद, सर्वेक्षण कार्य की गुणवत्ता पर दिया जोर
निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने एकल महिलाओं से उनकी व्यक्तिगत एवं अन्य समस्याओं पर खुलकर चर्चा की। जिला कलक्टर ने सर्वेक्षण टीम को निर्देशित किया कि पूर्ण संवेदनशीलता और निष्ठा के साथ कार्य करें, ताकि कोई भी पात्र एकल महिला योजनाओं से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान केवल डेटा संग्रह ही नहीं, बल्कि महिलाओं के समग्र सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी जाए।