राजस्थान राज्य महावृक्ष सर्वेक्षण कार्यक्रम का संचालन राजस्थान राज्य जैव विविधता बोर्ड
बडे पुराने वृक्ष पृथ्वी पर सबसे बडे जीवों में से हैं। वे जंगलों, कृषि, परिदृश्य और शहरी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्राकृतिक धरोहर है, जो अनूठी परिस्थितिक भूमिका निभाते व कई जीवों के लिए आवास प्रदान करने की भूमिका निभाते हैं।
वर्तमान में बडे पुराने वृक्षों की आबादी तेजी से घट रही हैं, जिससे परिस्थितिकी तंत्र की अखंडता और जैव विविधता पर गंभीर प्रभाव पड रहा हैं। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित विभिन्न स्थानीय प्रजातियों जैसे बरगद, पीपल, गूलर, नीम, खेजडी, अर्जुन,खिरनी, बहेडा, महुआ आदि के मौजूदा बडे पुराने वृक्षों का संरक्षण करना आवश्यक हैं। राजस्थान राज्य महावृक्ष सर्वेक्षण कार्यक्रम का संचालन राजस्थान राज्य जैव विविधता बोर्ड एवं वन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा हैं। इस हेतु आधारभूत सूचना संकलन का कार्य प्रारम्भ किया जा रहा हैं। यह कार्य आप सभी एवं जन- जन के सक्रिय सहयोग के बिना सम्भव नही है।
राजस्थान राज्य जैव विधि बोर्ड के सचिव राजवी चतुर्वेदी ने बताया कि आपके माध्यम से जन सहयोग प्राप्त करेन हेतु एक प्रतियोगिता प्रारम्भ की जा रही हैं। प्रतियोगिता का आवेदन पत्र एवं विवरणिका पत्र के साथ संलग्न कर आपके अधीन कार्यालयों एवं उनके परिसरों में स्थित बडे एवं पुराने वु़क्षों की सूचना हेतु अपने अधीनस्थ कार्यालयों को निर्देशित करने का कष्ट करें। आपके स्तर से इसका वृहद् रूप से प्रचार करवाकर अधिकाधिक लोगों को भाग लेने हेतु प्रोत्साहित करें।
उन्होंने बताया कि किसी भी जानकारी हेतु नोडल अधिकारी देवेन्द्र कुमार भारद्वाज, तकनीकी सलाहकार मोबाइल नम्बर 9414267930 एवं विभागीय वेब साईट पर सम्पर्क किया जा सकता हैं। आपके माध्य से जन सहयोग प्राप्त करने हेतु की गई समस्त कार्यवाही का विवरण समय-समय पर कार्यालय को डेटाबेस तैयार करने हेतु प्रेषित करने का कष्ट करें।