Rajasthan: जिला कलेक्टर त्रिनेत्र गणेश मेले में भंडारे लगाने के लिए लेनी होगी अनुमति
Rajasthan राजस्थान: रणथम्भौर दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेश जी का तीन दिवसीय मेला 6 सितम्बर से 8 सितम्बर, 2024 तक आयोजित होगा। मुख्य मेला 7 सितम्बर, 2024 को होगा। त्रिनेत्र गणेश मेले के संबंध में गुरूवार को जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित विभागीय एवं त्रिनेत्र गणेश मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्टर ने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की नहीं हो तथा सभी व्यवस्थाएं पुख्ता एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण की जाए। उन्होंने आमजन को मेला कन्ट्रोल रूम, एम्बुलेंस चिकित्सा व्यवस्था, बिजली-पानी, चिकित्सा कन्ट्रोल रूम प्रभारी सहित मेले से संबंधित आवश्यक जानकारी क्यूआर कोड के माध्यम से प्रदान करने के लिए सभी बैनर्स क्यूआर कोड अंकित कराने के निर्देश दिए है। परेशानी
उन्होंने मेले के दौरान कानून व्यवस्था, बिजली, शौचालय, पर्याप्त रोशनी आदि की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने मेले में आने वाले यात्रियों को परिवहन की समुचित सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए रोडवेज के अधिकारी से अतिरिक्त बसों के संचालन के संबंध में जानकारी ली। मेले की समुचित व्यवस्थाओं एवं देखरेख के लिए मेला मजिस्ट्रेट एवं एसडीएम सवाई माधोपुर अनिल चौधरी से जानकारी प्राप्त की।
जिला कलक्टर ने मेले से पूर्व बस स्टैण्ड एवं जहां यात्रियों का आवागमन अधिक रहता है ऐसी क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करने तथा गणेशधाम से जोगी महल तक मार्ग को दुरस्त करने के निर्देश सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता हरिसिंह मीना को दिए। साथ ही सड़कों पर बरसात के पानी की निकासी की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
बिजली एवं पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित हो:- जिला कलक्टर ने रणथंभौर किले, जोगी महल से गणेशधाम एवं गणेशधाम से सवाई माधोपुर तक बिजली की समुचित व्यवस्था करने, साइलेंट जनरेटर लगाने, बिजली कार्मिकों की टीम नियुक्ति सहित वर्षा के दौरान करंट लगने से होने वाले हादसों से श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लोहे के खम्भों के स्थान पर लकड़ी के खम्भे लगाने के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को प्रदान किए।
रोड़वेज बसों का 20 रूपए किराया निर्धारित:- मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन के साधनों की पर्याप्त व्यवस्था के लिए जिला कलक्टर ने रोडवेज के अधिकारियों से अतिरिक्त बसे लगाने, डीटीओ को बसो एवं अन्य साधनों में ओवरलोडिंग रोकने के संबंध में व्यापक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने रोडवेज के अधिकारी को यात्री भार को देखते अच्छी कन्डीशन की बसे विभिन्न मार्गाे के लिए लगाने के निर्देश प्रदान किए। रेलवे स्टेशन से पार्किंग स्थल तक 20 रूपए किराया रोड़वेज बस यात्रियों के लिए तय किया गया है। यह सूचना बसों पर चस्पा करने के निर्देश कलक्टर ने दिए है।
तैनात रहेंगे गोताखोर एवं एसडीआरएफ की टीम:- मेले के दौरान किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हो, इसे रोकने के लिए जलभराव वाले क्षेत्रों के पास गौताखोर एवं एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात रहेंगी। जिला कलक्टर ने जल स्त्रोतो, रपट के पास चौतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश दिए।
सफाई पर रखा जाए विशेष ध्यान:- जिला कलक्टर ने मेले के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने मेले में लगने वाले सभी सफाई कर्मियों को एक ड्रेस कोड रिफलेक्टर जैकेट पहनने के निर्देश दिए। भण्डारे वाले स्थानों एवं अन्य स्थानों पर डस्टबिन रखे जाएंगे। यात्रियों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में भी अस्थाई शौचालय लगाएं जाएंगे। इसके अतिरिक्त उन्होंने बाहर के जिलों से मोबाईल शौचालय भी मंगवाने के निर्देश दिए है।
सिंगलयूज प्लास्टिक पर रहेगा पूर्णतः प्रतिबंध:- जिला कलक्टर ने कहा कि त्रिनेत्र गणेश मेले के दौरान सिंगलयूज प्लास्टिक जैसे प्लास्टिक के दोने, पत्तल, डिस्पोजल, चम्मच, पॉलिथीन सहित अन्य सिंगलयूज प्लास्टिक से निर्मित सामग्री पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा।
लगातार कार्य करेंगे नियंत्रण कक्ष:- त्रिनेत्र गणेश मेले के दौरान गणेश धाम तिराहे एवं गणेश मंदिर रणथंभौर किले में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के निर्देश दिए है। नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे लगातार कार्य करेंगे तथा इन पर उद्घोषक एवं अन्य कर्मचारी तैनात रहेंगे। साथ ही पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम के स्पीकर मेले में विभिन्न स्थानो पर रखे जाने के संबंध में निर्देश दिए।
भण्डारे की व्यवस्था:- जिला कलक्टर ने सभी भण्डारे पार्क सीमा से बाहर हेलीपेड से मैनरोड के मध्य स्थित खाली भूमि पर लगाने के निर्देश दिए। भण्डारे निःशुल्क लगाए जाएंगे। किन्तु अमानता राशि प्रति भण्डारा 5 हजार रूपये जमा करानी होगी। अमानता राशि भण्डारा स्वीकृति आदेश में अंकित शर्ताे की पूर्ण पालना करने पर वापस लौटाई जाएगी। शर्ताे की पालना पूर्णतया नहीं करने पर अमानता राशि जप्त कर ली लाएगी। भण्डारे की स्वीकृति के लिए भण्डारे लगाने वाले प्रार्थना पत्र पंचायत समिति में प्रस्तुत किए जाएंगे। नगर परिषद क्षेत्र में लगने वाले भण्डारों की सीमा की मार्किंग करने के निर्देश नगर परिषद को दिए है।
भण्डार की संख्या सीमित होगी, प्रत्येक भण्डारे पर चार व्यक्ति कचरा संधारण व्यवस्था में लगाने के लिए तथा अमानक कप, गिलास, दौना, पॉलिथीन के पूर्ण प्रतिबन्ध रहने तथा कार्मिशियल गैस सिलिण्डर के उपयोग की शर्ते दुकान आवंटन आदेश में अंकित करने के लिए निर्देश प्रदान किए। पंचायत समिति द्वारा भण्डारे की डस्टबिन से कचरा ट्रेक्टर द्वारा उठवाकर उचित स्थान पर संधारण की व्यवस्था की जाएगी।
भण्डारे के लिए 3 सितम्बर, 2024 तक नगर परिषद क्षेत्र में आयुक्त नगर परिषद/नगर विकास न्यास क्षेत्र में सचिव नगर विकास न्यास तथा पंचायत समिति क्षेत्र मंें विकास अधिकारी पंचायत समिति सवाई माधोपुर में आवेदन पत्र प्रस्तु किए जाएंगे।
मेले में प्रसाद व खाना पूड़ी-सब्जी, लड्डू, पकौड़ी आदि खाद्य सामग्री उत्तम क्वालिटिी व फिक्स रेट पर बेचे जाने तथा दूध से बनी हुई वस्तुएं भण्डारे में काम में नहीं लेने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व जिला रसद अधिकारी सवाई माधोपुर को निर्देशित किया।
सडे एवं खराब खाद्य पदार्थाे पर रहेगी नजर:- बैठक में चिकित्सा विभाग के खाद्य निरीक्षक एवं रसद विभाग की टीमों द्वारा मेले के दौरान बिकने वाले खाद्य पदार्थ, सडे-गले फलों पर विशेष नजर रखने, इनकी बिक्री नहीं होने देने के निर्देश दिए। साथ ही खाद्य पदार्थाे की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपलिंग करने के निर्देश दिए।
चिकित्सकों की टीम व एंबुलेंस रहेगी तैनात:- मेले के दौरान गणेश धाम एवं किले में चिकित्सा टीम मौजूद रहेगी। चिकित्सकों की टीम 8-8 घण्टे की पारियों में तैनात रहेगी। वहीं दवाईयों की उपलब्धता भी रहेगी। इसी प्रकार किले के नीचे एवं गणेश धाम पर एंबुलेंस भी तैनात रहेगी। नगर परिषद द्वारा दमकलों को भी तैनात किया जाएगा। इसी प्रकार सामान्य चिकित्सालय में इमरजेंसी के लिए बेड खाली रखवाने के निर्देश भी कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को दिए।
चप्पे-चप्पे की होगी वीडियोग्राफी:- मेले के दौरान भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर सीसी टीवी कैमरे लगाए जाएंगे तथा वीडियोंग्राफी की जाएगी।
बैठक में उप वन संरक्षक रामानंद भाकर, अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश आर्य, मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीना, एसडीएम अनिल चौधरी, विकास अधिकारी डॉ. सरोज बैरवा, तहसीलदार मुकेश अग्रवाल, सीएमएचओ डॉ. धर्मसिंह मीना, सहायक निदेशक पर्यटन मधुसूदन सिंह, मंदिर ट्रस्ट महंत प्रतिनिधि हिमांशु गौतम आदि उपस्थित रहे।