राजस्थान किसान महोत्सव - कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी में दिखा किसानों का भारी उत्साह

Update: 2023-06-17 12:18 GMT

जयपुर, । प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने राजस्थान किसान महोत्सव में द्वितीय दिन स्मार्ट फार्म, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, बीज एवं उर्वरक की 200 से अधिक स्टील पर जाकर अवलोकन किया एवं किसानों से संवाद करते हुए कहा कि पृथक कृषि बजट प्रस्तुत करने वाला राजस्थान पहला राज्य है तथा किसानों के लिए योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए 12 कृषि मिशन शुरू किए गए हैं। कृषक कल्याण कोष की राशि बढ़ाकर 7 हजार 500 करोड़ रुपये की गयी है तथा किसानों के लिए 18 हजार 500 करोड़ रुपए के फसल बीमा क्लेम का वितरण किया गया है।

कटारिया ने कहा कि स्मार्ट फार्म में किसानों के लिए कृषि एवं उद्यानिकी की विश्व स्तरीय तकनीकों का प्रदर्शन किया गया है । इसके अतिरिक्त फार्म पॉण्ड, मिनी स्प्रिंकलर, स्प्रिंकलर, ड्रिप इरिगेशन व सोलर पम्पों के उपयोग जैसी सिंचाई की विभिन्न वैज्ञानिक तकनीकों का सजीव प्रस्तुतीकरण दिया जा रहा है।

इसी प्रकार स्मार्ट फार्म में ग्रीनहाउस के माध्यम से बेमौसम में खेती करने, शेडनेट हाउस के जरिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादन, जल संरक्षण और प्लास्टिक मल्चिंग से खरपतवार की रोकथाम को भी प्रदर्शित किया जा रहा हैं।

जयपुर के जेईसीसी सीतापुरा में शुक्रवार से शुरू हुए तीन दिवसीय राजस्थान किसान महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। 18 जून तक चलने वाले महोत्सव में द्वितीय दिन प्रदेश भर के 15 हजार किसानों शामिल हुए। किसानों ने उत्साह से कृषि, बागवानी, पशुपालन, डेयरी, मत्स्यपालन व कृषि विपणन की विश्वस्तरीय तकनीकों के बारे में विशेषज्ञों से जानकारी प्राप्त की।

जाजम चौपाल में किसानों को मिली नवीनतम जानकारियां-

महोत्सव में कृषि जाजम चौपाल में विशेषज्ञों द्वारा किसानों को बीज, उर्वरक, फार्म पॉन्ड से जल संरक्षण और कीटनाशक रसायन आदि की बारीकी से जानकारियां दी गई एवं किसानों ने विशेषज्ञों से मौसमी प्रकोप से फसलों में लगने वाले कीटनाशकों से बचाव के लिए संवाद किया। साथ ही विशेषज्ञों ने तारबंदी, फार्म पॉण्ड, डिग्गी, फसल बीमा योजना के बारे में भी किसानों को उचित जानकारी प्रदान की। उन्होंने किसानों को राज किसान सुविधा ऐप की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया ।

इसी प्रकार उद्यानिकी की जाजम चौपाल में विशेषज्ञों द्वारा किसानों को बागवानी, शेड नेट हाउस, ग्रीन हाउस, कम पानी से खेती करने आदि के बारे में जानकारी प्रदान की गई। विशेषज्ञों ने सोलर पंप से बिजली, संरक्षित खेती मिशन, ड्रिप स्प्रिंकलर एवं मिनी स्प्रिंकलर पर अनुदान के बारे में किसानों को आवश्यक जानकारी प्रदान की।

किसानों ने खरपतवार के रोकथाम के लिए विशेषज्ञों से संवाद किया एवं विशेषज्ञों ने किसानों का संतुष्टता पूर्वक समस्याओं का समाधान किया।

इसी प्रकार पशुपालन की जाजम चौपाल में पशुपालकों को गायों के लम्पी रोग से बचाव, गाय-भैंसों में खुरपका रोग, गलघोटू रोग के बचाव व रोकथाम के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही विभाग की मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना, पशुधन निःशुल्क आरोग्य योजना, पशु मित्र योजना, पशुपालन क्रेडिट कार्ड के बारे में भी पशुपालकों को बताया गया।

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