Rajasthan: जिला कलेक्टर ने ली आपदा प्रबंधन की बैठक अधिकारी फील्ड में जाकर दें आमजन को राहत
Rajasthan राजस्थान:जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव ने जिले में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में तैयारियां सुदृढ़ करने के संबंध में मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में सभी एसडीएम एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी फील्ड पर जाकर स्थिति का जायजा लें तथा आपदा की स्थिति में आमजन को तुरंत राहत सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ काम करें ताकि आमजन को शीघ्र सहायता उपलब्ध हो सके।जिला कलक्टर ने कहा कि कोई भी अधिकारी बिना उनकी अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़े। आपदा की परिस्थितियों से निपटने के में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए अन्यथा आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी।
जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए संसाधनों की हो तत्काल उपलब्धता:- जिला कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिए गए कि ईमारतों के बेसमेन्ट, कोचिंग सस्थानों, शिक्षण संस्थानों, सार्वजनिक भवनों आदि में जल भराव की स्थिति न हो, यह सुनिश्चित किया जावें। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में अंडरब्रिज, बस्तियों आदि में पानी भराव की स्थिति से निपटने के लिए मड़पम्प व अन्य संसाधनों की तत्काल घटनास्थल पर उपलब्धता के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने नगर निकायों के अधिकारियों को नालों की सफाई सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए गए।उन्होंने जलभराव वाली सड़कों पर बेरिकेटिंग करवाकर परिवहन की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा इसकी जानकारी आमजन को देने के निर्देश एसडीएम एवं अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी को प्रदान किए।
जलभराव क्षेत्रों में आमजन की आवाजाही पर रखें निगरानी:- जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जलभराव वाले क्षेत्रों का आंकलन कर समुचित इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं। इन जगहों पर दुर्घटनाओं से बचने के लिए साइन बोर्ड लगाए जाएं तथा आमजन विशेषकर बच्चों की आवाजाही की लगातार निगरानी की जाए। जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्रार्थना सभा में बच्चों को बांध, एनिकट, झरनो आदि क्षेत्रों में ना जाने और नहाने से बचने के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि तालाब, एनिकट, बावड़ियां, कुण्ड, नदी-नालों, पुल-पुलिया के किनारे और प्राकृतिक झरने आदि जलभराव वाले क्षेत्रों के संबंध में चौतावनी बोर्ड के माध्यम से आमजन को अवगत कराया जाए। साथ ही सभी दुर्घटना सम्भावित स्थानों पर सुरक्षा गार्ड, तैराक, गौताखोर एवं जीन रक्षक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को प्रदान किए है।
पुराने, जर्जर भवनों एवं बाढ़ संभावित क्षेत्रों का चिन्हीकरण करें:- जिला कलक्टर ने सभी उपखंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुराने एवं जर्जर भवनों का चिन्हीकरण कर खाली कराने और वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया, जिससे किसी भी प्रकार की क्षति को समय से रोका जा सके। साथ ही अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में आमजन को अस्थाई रूप से ठहराने के लिए स्कूल, धर्मशाला, सामुदायिक भवन की उपलब्धता के संबध में निर्देशित किया गया।
बैठक में जल संसाधन विभाग को जिले के बांधों, एनिकटो एवं नदियों में जल की वर्तमान स्थिति की जानकारी समाचार पत्रों के माध्यम से आमजन को साझ़ा करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को बारिश के मौसम में बांधों के जलस्तर की निगरानी, उचित यातायात प्रबंधन, पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं सहित विभिन्न सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।
पर्याप्त मेडिकल किट व जीवन रक्षक दवाईयां की हो उपलब्धता:- जिला कलक्टर ने बैठक में सीएमएचओ को निर्देश दिए कि पर्याप्त मेडिकल किट व जीवन रक्षक दवाईयां की उपलब्धता, मोबाइल चिकित्सा दल की उपलब्धता व चिकित्सा केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएं। साथ ही बरसात के बाद गड्ढ़ों या अन्य स्थानों जहां-जहां पर भी पानी भरा रहता है, वहां कीटनाशक का छिड़काव एवं फोगिंग करवाने हेतु व्यवस्था की जावें।
नियंत्रण कक्ष 07462-220602 पर करें सूचित - जिला स्तर पर बाढ़ व जल भराव सहित समस्याओं के निस्तारण के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। आमजन अपने क्षेत्र से संबंधित जल भराव जैसी समस्याओं के लिए जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या 07462-220602 व टोल फ्री नम्बर 1077 पर सूचित कर सकते हैं। वहीं तहसील स्तर पर सवाई माधोपुर में नायब तहसीलदार 9460914430, खण्डार तहसील में 07468-241124, चौथ का बरवाड़ा तहसील में 9460313574, बौंली तहसील में 9413119300, मित्रपुरा में 8619460929 एवं मलारना डूंगर तहसील में 8690331330 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
जिला कलक्टर ने तेज़ बारिश को देखते हुए आमजन से इस दौरान जल भराव वाले क्षेत्रों से दूर रहने एवं सावधानी बरतने की अपील की है।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश आर्य, एसडीएम अनिल चौधरी, एसडीएम मलारना डूंगर बद्रीनारायण विश्नोई, एसडीएम बौंली विनीता स्वामी, तहसीलदार मुकेश अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी हरिसिंह, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक दिनेश गुप्ता सहित अन्य संबंधित विभाग अधिकारी उपस्थित रहे।