सीबीआई के टारगेट पर राजस्थान, सीएम अशोक गहलोत पहुंचे दिल्ली, बताई ये वजह

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत रविवार रात को दिल्ली पहुंच गए है।

Update: 2022-06-20 04:20 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत रविवार रात को दिल्ली पहुंच गए है। सीएम दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल होंगे। दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि सीबीआई के टारगेट पर राजस्थान है। आने वाले दिनों में केंद्रीय जांच एजेंसियां हमारे नेताओं पर छापामार कार्रवाइयां करेंगे। सीएम ने कहा कि जहां सोच ही फासिस्टी हो, वहां ऐसा ही होता है। सीबीआई, ईडी, आईटी और सीबीडीटी की छापामार कार्रवाही होगी। मेरे परिवार को टारगेट किया जाएगा। जांच एजेंसियों के निशाने पर कांग्रेस के नेता रहेंगे। राजस्थान में चुनाव होने वाले है। इसलिए पीएम मोदी का पूरा फोकस राजस्थान पर ही रहेगा। गहलोत ने अग्निपथ स्कीम का विरोध करते हुए कहा कि अग्निपथ कितना बड़ा फैसला इन्होंन आनन-फानन में कर दिया, जैसे नोटबंदी की। पीएम मोदी ने उसी प्रकार फैसला कर दिया। .ये पूरे देश के फ्यूचर का सवाल है। सीमाओं की रक्षा का सवाल है। कम से कम नेशनल डिबेट होनी चाहिए थी। संसद में चर्चा होती। डिफेंस की कमेटी में चर्चा होती।

ईडी की कार्रवाइयों में सिर्फ 9 लोगों को सजाएं मिलीं
सीएम ने कहा कि राहुल गांधी जी से पूछताछ 3 दिन तो हो चुकी है और मैं समझता हूं कि ओपन हैं वो तो, पर इस प्रकार के जो हालात देश में बन गए हैं, पूरा देश चिंतित है, ये राहुल गांधी का, सोनिया गांधी का सवाल नहीं है, ये सवाल है कि आप पूरे देश के अंदर कोई 1700 हुए होंगे इनके ईडी की कार्रवाइयां और 9 लोगों को सजाएं मिलीं उसके अंदर, जहां तक मुझे जानकारी मिली है, आप सोच सकते हो कि कितने लोग तंग आए हुए होंगे, कितने दुःखी होंगे। वो तो, टार्गेट है तो है, 13 को मैंने मांगा टाइम सीबीआई के डायरेक्टर साहब से और ईडी के डायरेक्टर साहब से, सीबीडीटी के चेयरमैन साहब से, मुझसे मिलने में क्या हर्ज है? मैं फिर टाइम मांग रहा हूं उनसे वापस से, उनसे मिलना ही तो है, चाय पिलाओ नहीं पिलाओ तुम्हारी मर्जी है, खाली जाकर मैं बात तो कहूं अपनी? ये तो मेरा एक नागरिक के तौर पर भी एक राजस्थान के स्टेट के मुख्यमंत्री के तौर पर क्या मैं टाइम नहीं मांग सकता? इनके पास जवाब कोई है क्या मना करने का? कोई तर्क है क्या बताओ? इन तीनों के पास में? तीनों जो बैठे हैं नंबर 1 सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी के अंदर, इनके पास कोई तर्क है क्या मना करने का।
मेरे कारण से भाई तकलीफ पा रहे हैं
गहलोत ने कहा कि सीबीआई से 13 को टाइम मांगा, 15 को एफआईआर दर्ज कर दी सीबीआई ने और 17 को छापा डाल दिया, 12 घंटे चला छापा और मैंने कल भी कहा था जयपुर के अंदर मैं बचपन से ही राजनीति करता हूं और उनके यहां से राजनीति में कोई नहीं है। घर में उनके कोई शादी हुई होगी, तो मैं जो जाता हूं वर्कर के यहां पर, उस ढंग से उनके यहां जाकर बाहर निकला होऊंगा। क्योंकि मुझे और लोगों के यहां भी जाना था वर्कर्स के यहां, उनको महसूस नहीं हो कि साहब देखिए मतलब हमारे यहां नहीं आए, तो इस प्रकार की जिंदगी मैंने बिताई है। मेरे कारण से वो तकलीफ पा रहे हैं, जब क्राइसिस था उस वक्त तो ईडी घुस गई, अब सीबीआई को घुसवा दिया, अब इनकम टैक्स बाकी रह गया है खाली बस, तो ये तरीका गलत है देखिए। कोई किसी का भाई हो, परिवार का आदमी हो, आप राजनीति में हम लोग हैं, हमारे खिलाफ कोई कार्रवाई करो तो आपकी मर्जी है, आपको लगे तो करनी चाहिए, पर आप परिवार के लोगों को क्यों तंग कर रहे हो? कोई कारण नहीं और कोई केस है 15 साल पुराना मान लो, तो वो केस चल रहा है गुजरात के अंदर, पर ये मेरे कारण से तकलीफ आए मेरे परिवार के लोगों को, तो मुझे भी अच्छा नहीं लग रहा है और आम लोगों को भी अच्छा नहीं लग रहा है, पता नहीं मोदी जी को, अमित शाह जी को क्या लग रहा होगा, वो तो वो जानें।
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