जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 27 जिलों में भारी और अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग केंद्र जयपुर के अधिकारियों के अनुसार पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के कुल 27 जिलों में मेघगर्जन, भारी बारिश और वज्रपात की संभावना है। अधिकारियों की मानें तो बंगाल की खाड़ी में 13 अगस्त से एक नया कम दवाब का क्षेत्र बनेगा। जिससे जोधपुर व बीकानेर संभाग में अगले 24 घंटे के दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वी राजस्थान के सीकर, झुंझुनूं, जयपुर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौडगढ़, दौसा, टोंक व पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर व गंगानगर में जिलों में कहीं कहीं भारी बरसात भी संभव है। 15 अगस्त को अजमेर, उदयपुर व कोटा संभाग में भारी बारिश का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य भागों में मौसम शुष्क रहेगा।
रक्षाबंधन पर जमकर बरसे मेघ
प्रदेश में आज भा बादलों ने डेरा डाल रखा है। पूर्व राजस्थान के अलवर, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, सवाई माधोपुर और करौली में लोगों को उमस से राहत मिली है। इन जिलों में ठंडी हवाओं का दौर जारी है। रक्षाबंधन पर्व पर दक्षिण राजस्थान में इंद्रदेव की मेहरबानी रही। बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ जिलों में कहीं-कहीं अति भारी बरसात जबकि डूंगरपुर, झालावाड़, उदयपुर और सिरोही जिलों में भारी बरसात हुई। मौसम विभाग की माने तो अगले चार दिन प्रदेश में अगले चार दिन भारी बारिश होने की संभावना है। कुछ इलाकों में अति भारी बारिश भी हो सकती है। वहीं कालीसिंध बांध के 12 गेट 33 मीटर तक खोलकर 1 लाख 42 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई। सवाड़ा-डूंगरपुर क्षेत्र में दो दिन से तेज बारिश से वागड़ प्रयाग बेणेश्वर धाम टापू में परिवर्तित हो गया।
झालावाड़ में झमाझम, करनी पड़ी पानी की निकासी
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के संसदीय क्षेत्र रहे झालावाड़ जिले के कई इलाकों में जोरदार बारिश का दौर जारी रहा। इससे चंवली नदी उफान पर आ गई। मध्यप्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते कालीसिंध बांध में आवक बढ़ गई है। कालीसिंध बांध के 12 गेट 33 मीटर तक खोलकर 1 लाख 42 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई। गगरोन पुलिया पर तीन-चार फीट पानी आने से रास्ता बंद हो गया है। कई गांवों का सम्पर्क कट गया है। पिड़ावा में तेज बारिश से चंवली नदी उफान पर आ गई।