रेल यात्री हो रहे परेशान, पैसेंजर ट्रेनों में भी वसूल रहे एक्सप्रेस का किराया
दौसा। दौसा कोरोना का दर्द तो लोग भूल रहे हैं, लेकिन कोरोना की आड़ में बंद की गयी सुविधाएं बहाल नहीं होने से रेल यात्रियों को परेशानी हो रही है. कोरोना के बाद 2 साल के अंदर सभी ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया, लेकिन यात्री टिकट पर छूट बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं. कोरोना से पहले वरिष्ठ नागरिक वर्ग में महिलाओं को 50 फीसदी और पुरुषों को 40 फीसदी की छूट दी जाती थी. इसी तरह स्काउट, छात्र और पत्रकार श्रेणी में भी रियायती टिकट की सुविधा बहाल नहीं की गयी है. कोरोना काल में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पैसेंजर (शटल) ट्रेन में एक्सप्रेस का किराया लिया गया, जो अब भी कम नहीं किया गया है.
दैनिक यात्रियों की सबसे बड़ी मांग एमएसटी है। काेराेना से पहले सभी ट्रेनाें में यात्रियों को एमएसटी की सुविधा मिल रही थी, जबकि अब दाैसा से गुजरने वाली 68 ट्रेनाें में से सिर्फ 8 में ही एमएसटी की सुविधा मिल रही है। पिछले साल 8 दिसंबर को रेलवे महाप्रबंधक विजय शर्मा निरीक्षण के सिलसिले में दाैसा आए थे, तब उन्होंने सभी ट्रेनों में एमएसटी बहाल करने की बात कही थी। इसके बावजूद यात्री 8 माह बाद भी एमएसटी बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं। रेलवे में सीनियर सिटीजन के लिए महिलाओं के लिए 58 साल और पुरुषों के लिए 60 साल की उम्र तय की गई है।