भरतपुर न्यूज़: राजस्थान के भरतपुर जिले में पिछले 16 दिनों से चल रहे नगर निगम के सफाई कर्मचारियों का आंदोलन अब और तेज हो गया है। नगर निगम के सफाई कर्मचारी पिछले 16 दिनों से वेतन बढ़ाने सहित अन्य मांगों को आंदोलन कर रहे है। बीती रात आंदोलनकारियों के नेता पूर्व पार्षद राघवेंद्र को कोतवाली पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी सड़क पर उतर आए। सफाई मजदूरों को जैसे ही राघवेंद्र सिंह की गिरफ्तार करने की सूचना मिली तो सभी सफाई कर्मचारी शहर कोतवाली पहुंच गए और वहां काफी देर तक हंगामा मचाया। राघवेंद्र सिंह को रिहा करने को लेकर प्रदर्शनकारी बारिश में पूरी रात कोतवाली के बाहर ही अड़े रहे। इसके बाद शनिवार सुबह आंदोलनकारियों ने शहर में रैली निकाली और जिला कलेक्ट्रेट के बाहर जमकर हंगामा किया। आंदोलनकारियों ने शहर के प्रमुख बिजलीघर चौराहे पर भी प्रदर्शन कर जाम लगाने का प्रयास किया। आंदोलनकारियों के नेता राघवेंद्र सिंह को जेल भेजने की सूचना मिलते ही प्रदर्शनकारी और ज्यादा उग्र हो गए और उन्होंने पूरे दिन शहर में जमकर हंगामा मचाया। इधर, पूर्व पार्षद राघवेंद्र सिंह की पत्नी पूर्व पार्षद जितेंद्र कोर भी जिला कलेक्ट्रेट के बाहर अनशन पर बैठ गई। जितेंद्र कोर का कहना था कि जब तक उनके पति को रिहा नहीं किया जाएगा तब तक वह अन्नजल ग्रहण नहीं करेंगी। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने कई बार आंदोलनकारियों से समझाइश का प्रयास किया, लेकिन कोई भी हल नहीं निकल पाया। आंदोलनकारियों का कहना था कि जब तक उनके नेता राघवेंद्र सिंह की रिहाई नहीं हो जाती तब तक उनका आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि नगर निगम के सफाई मजदूर पिछले 16 दिन से काम बंद करके आंदोलन कर रहे हैं जिसका नेतृत्व पूर्व पार्षद राघवेंद्र सिंह द्वारा किया जा रहा था।
भरतपुर नगर निगम ने एक कंपनी को दिया ठेका: गौरतलब है कि भरतपुर नगर निगम ने शहर की सफाई व्यवस्था का ठेका एक कंपनी को दिया है। कंपनी ने करीब चार महीने से शहर की सफाई व्यवस्था संभाल रखी है। जब से कंपनी ने शहर में सफाई व्यवस्था को संभाला है तभी से कंपनी का विरोध शुरू हो गया। कभी नगर निगम के पार्षद कंपनी का विरोध करते हैं तो कभी सफाई कर्मचारियों का विरोध नगर निगम के अधिकारियों को और कंपनी के जिम्मेदारों को झेलना पड़ता है।
कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से आम जनता परेशान: पिछले 16 दिनों से कंपनी में अस्थाई कार्यरत ट्रैक्टर ट्राली में कूड़ा भर कर ले जाने वाले कर्मचारियों और ऑटोटीपर चालकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रखी है। हड़ताल से शहर की गंदगी बढ़ गई है। गंदगी से बीमारियों के फैलने की आशंका से आम पब्लिक परेशान है। शहर के लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।