Pratapgarh: जिला स्तर के कार्यालयों के मास्टर ट्रेनर्स को डिजिटल और साइबर जागरूकता हेतु प्रशिक्षित

Update: 2024-11-06 12:16 GMT
Pratapgarh प्रतापगढ़:  डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत जिला कलक्टर डॉ.अंजलि राजोरिया के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में प्रतापगढ़ जिले में “डिजिटल सशक्तिकरण और साइबर जागरूकता” के तहत एन.आई.सी. जिला केंद्र द्वारा प्रतापगढ़ जिले में डिजिटल जागरूकता अभियान के तहत जिला कलक्टर सभागार में जिला स्तर के समस्त कार्यालयों के मास्टर ट्रेनर्स को डिजिटल एवं साइबर जागरूकता हेतु प्रशिक्षित किया गया | डिजिटल दुनिया के वर्तमान परिदृश्य में, डिजिटल उपकरणों व डिजिटल सेवाओं का प्रयोग हमारी दिनचर्या और दैनिक गतिविधियों में बहुत तेजी से बढ़ रहा है| जिसके लिए आम नागरिकों के बीच डिजिटल जागरूकता और ज्ञान का होना बहुत ही आवश्यक है। साथ ही साइबर क्राइम से सावधान रहना ही
साइबर जागरूकता है|
जिला कलक्टर के निर्देशानुसार सभी मास्टर ट्रेनर्स को आने वाले सप्ताह में अपने अपने विभागों में डिजिटल एवं साइबर जागरूकता का प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर समस्त कार्मिकों को जागरुक करने को कहा गया| साथ ही डिजिटलीकरण के नकारात्मक पक्ष और साइबर अपराधों के बारे में जानकारी देने के साथ साथ सभी को स्वयं डिजिटल जागरूक होकर अपने परिवार तथा गाँव में जागरूकता लाने की आवश्यकता है। साइबर अपराधों से सुरक्षित रहने के लिए सबसे पहले ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) स्कैम से बचें और कभी भी किसी भी परिस्थिति में आपके मोबाईल में आये ओटीपी को किसी अनजान व्यक्ति को शेयर न करें| तथा किसी भी प्रलोभन के लिए आये ई-मेल व एसएमएस लिंक पर क्लिक न करें| साथ ही सभी कार्मिकों को अधिक से अधिक डिजिटल लॉकर की सुविधा एवं डिजिटल ई-पेमेन्ट प्लेटफार्म का सुरक्षित उपयोग करने को प्रेरित करें।
एन.आई.सी. के जिला सूचना-विज्ञान अधिकारी कमल नयन पांडिया ने बताया कि इस डिजिटल जागरूकता अभियान के क्रम में विभिन्न विभागों के मास्टर ट्रेनर्स को सरकार द्वारा नागरिक सेवाओं के लिए चलाये जा रहे कुछ महत्त्वपूर्ण डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे डिजिटल लॉकर, उमंग व जनसूचना पोर्टल, डिजिटल ई-पेमेंट प्लेटफॉर्म एवं साइबर अपराधों से सावधान रहने के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी| आजकल साइबर मामलों में बढ़ोतरी के कारण महिलाओं, खासकर बच्चों तथा युवा वर्ग में डिजिटल जागरूकता के साथ साथ महत्वपूर्ण साइबर सुरक्षा टिप्स की जानकारी होना भी बहुत ही जरुरी है| इसके लिए मोबाईल की सुरक्षा अपनी स्वयं की साइबर सुरक्षा है| जिसमें किसी भी माध्यम से प्राप्त अनाधिकृत APK फाइल या एप को इंस्टाल न करें एवं अपने मोबाईल को हर तरह से सुरक्षित रखे|
वर्तमान में होने वाले साइबर अपराधों के बारे में विस्तार से बताया कि डिजीटल अरेस्ट व ब्लेकमेलिंग के मामलों से बचने के लिए अनजान नंबर के व्हाट्सअप वीडियो कॉल को कभी भी रिसीव न करें, इस तरह का कॉल आने पर परिवार के अन्य सदस्यों से इसकी जानकारी शेयर अवश्य करें| तथा किसी भी अपरिचित को अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी शेयर न करे| इसके साथ ही ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) स्कैम, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी की चोरी और उसका दुरुपयोग, बैंकिंग फ्रॉड इत्यादि के बारे में जानकारी दी | साइबर अपराध या वित्तीय धोखाधड़ी के लिए साइबरक्राइम पोर्टल या हेल्पलाईन नं. 1930 या प्रतापगढ़ साइबर सेल के लोकल हेल्पलाईन नं. 9257749686 पर शिकायत की जा सकती है तथा किसी भी अनजान कॉल से डराने धमकाने पर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत की जा सकती है| साइबर सुरक्षा टिप्स के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं व बच्चों की काउंसलिंग के लिए “टेली मानस“ सेवा हेल्पलाईन नं. 14416 तथा महिला सुरक्षा सेवा हेल्पलाईन नं. 112 व 1090 के बारे में भी जानकारी दी |
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