भरतपुर। भरतपुर स्वच्छ भारत अभियान का अधिकारी बन दो लाख की ठगी करने के आरोपियों को पुलिस ने दौसा साइबर टीम के साथ मिलकर डायना का बास से गिरफ्तार किया है। एसएचओ धारासिंह मीणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी डायना का बास के राकेश सैनी पुत्र मनोहरी और आदिल पुत्र मोरमल है। दौसा एसएचओ महेंद्र सिंह ने बताया कि 20 अगस्त को धर्मपुरा दौसा के कमलेश शर्मा ने मामला दर्ज कराया कि वह धर्मपुरा में परचून की दुकान करता है। 9 अगस्त को उसके पास फोन आया जिसमें ठग ने खुद को स्वच्छता अधिकारी बताते हुए कहा कि तुम्हारे लेटबाथ के लिए 12 हजार मंजूर हुए है जो आपके बैंक खाते में जमा नहीं हो है। यदि आप यूपीआई का उपयोग करते है तो वे 12 हजार उसमें ट्रांसफर कर देंगे।
इसके बाद उसने फोन पे नंबर बता दिया। कुछ देर बाद ठगो का फिर फोन आया और कहा कि यूपीआई में पैसे जमा नहीं हो पा रहे है। ठगों ने उससे एनी डेस्क एप डाउन लोड करा लिया और एप की आईडी और पासवर्ड पूछ लिया। इसके बाद पीड़ित ने बैलेंस चैक किया तो उसमे 99,950 रुपए कट गए। ठगो से कहा कि उसके खाते से 99,950 रुपए कट गए है तो उन्होंने कहा कि सर्वर में गलत एंट्री हो गया इसलिए रुपए कट गए है, आपके पैसे वापस पर देते है। लेकिन आपके फोन पे की लिमिट पूरी हो गई है। आप किसी परिचित के फोन में एनी डेस्क एप को डाउनलोड करवा दो, जिससे वे योजना का पैसा भी उसी में जमा कर देंगे। पीड़ित की दुकान पर मौजूद धर्मपुरा के हेमराज के फोन में यह एप डाउनलोड करवा दिया और एप की आईडी और पासवर्ड बता दिए। इस पर उसके खाते से भी 99,950 रुपए कटने का मैसेज आया। उसने यह बात ठगो को बताई तो वे हंसने लगे और फोन काटकर स्विच ऑफ कर लिया। पुलिस आरोपियों को डायना का बास से गिरफ्तार कर लिया।
कामां पुलिस ने सोने की ईंट के नाम पर गुजरात के व्यक्ति से 20 लाख रुपए की ठगी के मामले में गिरफ्तार आरोपी मुफीद की निशानदेही से भंडारा गांव में सर्च ऑपरेशन चलाकर 5 लाख रुपए बरामद कर लिए। एएसपी हिम्मत सिंह ने बताया कि गुजरात के पूर्व सरपंच से 30 सितंबर को सोने की ईंट के नाम पर ठगी करते हुए 20 लाख हड़प लिए थे। थानाधिकारी देरावर सिंह के नेतृत्व जांच अधिकारी प्रेम चंद शर्मा ने भंडारा गांव के मुफीद पुत्र सत्तार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की निशानदेही से ठगी कर पांच लाख रुपए बरामद किए है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ शेष राशि बरामद किए जाने के प्रयास किया जा रहे हैं।