बांसवाड़ा। बांसवाड़ा चार माह पहले दानपुर क्षेत्र में बरसाती नदी में छलांग लगाने वाले गांव के ही एक युवक के एकतरफा प्यार व दबाव में कॉलेज छात्रा की मौत हो गई थी. जांच में यह तथ्य सामने आया तो पुलिस कार्रवाई शुरू होने से पहले ही मामले में मृतका के पिता के बयान पर कोर्ट ने जांच के आदेश दे दिए. इस पर पुलिस ने अब आरोपी युवक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। थानाध्यक्ष रमेशचंद्र ने बताया कि चार अगस्त को मुलिया ग्राम पंचायत क्षेत्र से गुजरने वाली बरसाती नदी में चंद्रौद निवासी 20 वर्षीय मंजू पुत्री बहादुर मैदा का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था. प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा था, लेकिन कारण स्पष्ट नहीं हो पाए। छोटी सरवन के गवर्नमेंट कॉलेज में बीए फाइनल की छात्रा मंजू के सिर और हाथों पर चोट के निशान थे, जिससे पता चलता है कि वह ऊंचाई से कूदते समय चट्टान से टकराई थी। शव के पास एक बैटरी निकाली हुई मोबाइल मिला, जिसमें सिम नहीं था। इससे आशंकाएं पैदा हुईं, लेकिन परिजनों ने पूछताछ के दौरान कोई आशंका नहीं जताई। ऐसे में एएसआई रणसिंह ने केस दर्ज कर बांसवाड़ा में पोस्टमार्टम करवाया. इसके बाद पुलिस जांच में सामने आया कि मंजू को उसके ही गांव का कालूराम पुत्र जीवन मैदा प्रताड़ित कर रहा था। मंजू कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने वाली थी, जबकि कालूराम अहमदाबाद में मजदूरी करता था।
कालूराम एक तरफा प्यार कर मंजू पर शादी का दबाव बना रहा था। मंजू उसे नापसंद करती थी जबकि दोनों एक ही परिवार से होने के कारण रिश्ता भी नहीं बन पाता था। इसके बावजूद कालूराम उसे कहीं और शादी नहीं करने की धमकी देता था। इससे परेशान होकर मंजू ने आत्महत्या कर ली। जब पुलिस की जांच आगे बढ़ रही थी, तब मृतक के पिता बहादुर पुत्र कांजी मैदा ने कोर्ट की शरण ली और घटना के लिए कालूराम को जिम्मेदार ठहराया। इस पर कोर्ट ने जांच कर नतीजा पेश करने का आदेश दिया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आईपीसी की धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की अग्रिम जांच थाना पुलिस द्वारा ही की जा रही है।