पीलीबंगा में पुलिस ने लाखों की नकदी व आभूषण किये बरामद, चोर गिरफ्तार
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हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा वार्ड 23 में दिनदहाड़े हुई चोरी का पुलिस ने गुरुवार को 12 घंटे में खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ पहले से ही विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 लाख से ज्यादा कैश, 10 तोला सोने के आभूषण और 503 ग्राम चांदी के आभूषण बरामद किए हैं. पीलीबंगा पुलिस अधिकारी विक्रम चौहान के अनुसार पुलिस ने मौके से कई साक्ष्य जुटाकर सीसीटीवी और तकनीकी संसाधनों की मदद से चोरी की वारदात का पता लगाने में कामयाबी हासिल की. पकड़े गए चोर के पास से पुलिस ने सोने-चांदी के आभूषण समेत नकदी भी बरामद की है. पीड़ित मुरारी लाल पुत्र सुगनचंद जोशी ब्राह्मण निवासी वार्ड 23 पीलीबंगा ने रिपोर्ट दी कि 9 अगस्त को सुबह 11.30 बजे वह अपनी पत्नी पार्वती व पुत्रवधू श्वेता के साथ घर में ताला लगाकर बाजार में खरीदारी करने गया था। घर। दोपहर करीब 3.30 बजे जब घर वापस आया तो मुख्य दरवाजे का ताला ठीक से लगा हुआ था, लेकिन जब अंदर गया तो अंदर का ताला टूटा हुआ पाया, घर का सारा सामान भी बिखरा हुआ था.
जांच करने पर 4 लाख 6 हजार नकद, 6 जोड़ी पायल, चांदी की पायल, 50 तोला चांदी, 20 चांदी के सिक्के, दो सोने की चूड़ियां, तीन सोने की जेंट्स, अंगूठी, दो सोने की चेन, एक जोड़ी सोने के टॉप्स, एक जोड़ी कान की बालियां, कुल 10 तोले सोने के आभूषण गायब मिले। इसके बाद मुरारी लाल ने इस संबंध में पीलीबंगा थाने में अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. थाना स्तर पर मामला दर्ज होते ही एसपी सुधीर चौधरी के निर्देशन में तुरंत प्रभाव से एक टीम गठित की गई, हेड कांस्टेबल बलदेव सिंह, कांस्टेबल अरविंद और अमनदीप ने घटनास्थल पर साक्ष्य जुटाए. घटना की प्रकृति और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की मदद से 12 घंटे से भी कम समय में आरोपियों का पता लगाया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सीआई विक्रम चौहान ने बताया कि पकड़े गए चोर की पहचान कलीम उर्फ गुच्चा पुत्र सलीम मुस्लिम निवासी डबली राठान थाना सदर हनुमानगढ़ के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके पास से 3 लाख से ज्यादा कैश, 10 तोला सोने के आभूषण और 503 ग्राम चांदी के आभूषण बरामद किए हैं. सीआई विक्रम सिंह ने बताया कि कलीम उर्फ गुच्चा के खिलाफ पूर्व में विभिन्न पुलिस थानों में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें अधिकतर चोरी के हैं. सीआई ने बताया कि घटना का खुलासा करने में कांस्टेबल अरविंद व अमनदीप की विशेष भूमिका रही।