राजस्थान | हथकड़ी हमारा जेवर और रिश्ते में हम सरकार के जमाई लगते हैं। हमें कोई अपना ही फंसवा सकता है जनाब, क्योंकि दुश्मन तो हमें देख कर गाड़ी पलटा कर भागते हैं।
वकील बदलने से ज्यादा हम जज खरीदने में यकीन रखते हैं।
पिंजरा शेर के लिए होता है कुत्तों के लिए नहीं। शेर पिंजरे में क्या चला गया, कुत्ते भोंकने लगे।
ये किसी फिल्म के डायलॉग नहीं, बल्कि पोक्सो के एक मामले में कोर्ट की ओर से दी गई जमानत के बाद आरोपी की ओर से मामला दर्ज करवाने वाले परिवार को भेजे गए स्टेटस है। इन स्टेटस से घबरा कर परिवार पुलिस थाने की चौखट पर भी पहुंचा, लेकिन उनका मामला दर्ज नहीं किया गया। ऐसे में परिवार ने अदालत की चौखट पर न्याय की गुहार लगाई और वहां से आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच करने के आदेश दिए गए हैं। मामला गांधीनगर थानार्तंगत रलावता गांव का है।
पीड़ित की नाबालिग बहन के साथ जबरदस्ती करने का एक मामला अजमेर की पोक्सो कोर्ट में विचाराधीन है। इसमें आरोपी रलावता गांव के ही लोकेश रैगर को जमानत मिली है। जमानत पर रिहा होते ही उसने रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले पीड़ित और उसके परिवार को धमकाना शुरू कर दिया। उसने पीड़ित को अपने स्टेटस टैग किए, जिनमें फिल्मी डायलॉग सी भाषा का उपयोग किया।