सवाई माधोपुर। सवाई माधोपुर रणथंभौर नेशनल पार्क के जोन नंबर 10 में मंगलवार सुबह शिफ्ट में भारतीय पर्यटकों से भरी जिप्सी अनियंत्रित होकर पलट गई। वन भ्रमण के दौरान बंशखोरी की पहाड़ी से उतरते समय जिप्सी क्रमांक आरजे-25-टीए-2256 का ब्रेक फेल हो गया, जिससे जिप्सी अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे जिप्सी में सवार पर्यटकों को मामूली चोटें आई हैं। क्षेत्रीय वन अधिकारी फलोदी राजबहादुर मीणा ने बताया कि सुबह साढ़े सात बजे दो भारतीय पर्यटक जिप्सी में सवार होकर जोन संख्या दस में टाइगर सफारी के लिए गए थे। इस दौरान ईडीसी गाइड शांतनु सिंह पर्यटकों का मार्गदर्शन कर रहे थे। वही चालक राशिद जिप्सी चला रहा था। उसी दौरान बांसखोरी की पहाड़ी से उतरते समय जिप्सी के ब्रेक फेल हो गए, जिससे जिप्सी अनियंत्रित होकर पलट गई। इससे जिप्सी में सवार पर्यटकों को मामूली चोटें आई हैं। घटना की जानकारी ईडीसी गाइड ने वन अधिकारियों को दी।
सूचना मिलते ही फलौदी रेंजर्स मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया। रेंजर के मुताबिक टूरिस्ट, गाइड और ड्राइवर सभी सुरक्षित हैं। घटना में किसी को ज्यादा चोट नहीं आई है। घटना के बाद वन विभाग ने जिप्सी को सीधा पकड़कर जंगल से बाहर निकाला। रणथंभौर सूत्रों की मानें तो रणथंभौर में मानसून के मौसम में अत्यधिक बारिश हुई थी। इस वजह से यहां के सभी दस जोन की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। वन विभाग ने खराब सड़कों की मरम्मत भी की थी, लेकिन फिर बारिश के कारण इन सभी जोन की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं. वर्तमान में रणथंभौर के जोन नंबर 1, 6, 7, 8, 9 व 10 की अधिकांश सड़कें खराब हैं। इस वजह से यहां अक्सर हादसे की आशंका बनी रहती है।
रणथंभौर नेशनल पार्क से बाघ-बाघिन व शावकों के गायब होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले बाघिन टी-13, फिर बाघिन टी-79 का एक शावक, अब बाघिन टी-99 ऐश्वर्या के दो नर शावक लापता हो गए हैं। इस वजह से अब वन विभाग की निगरानी पर कई सवाल उठ रहे हैं। मामले को लेकर वन अधिकारी अनभिज्ञता जता रहे हैं। फरवरी 2022 में बाघिन टी-99 ऐश्वर्या की तीन शावकों के साथ फोटो कैमरे में कैद हुई थी। रणथंभौर टाइगर रिजर्व के जोन 10 में हालौंदा वन क्षेत्र में बाघिन ने शावकों को जन्म दिया. एक माह 19 दिन बाद 14 फरवरी को तीन शावकों के साथ फोटो ट्रैप कैमरे में कैद हुई। यह बाघिन पहली बार मां बनी है। बाघिन ने पहले कूड़ादान में दो नर और एक मादा शावक को जन्म दिया। हालंदा वन क्षेत्र में बाघिन पिछले एक साल से अपने तीन शावकों के साथ नजर आ रही थी, लेकिन बाघिन के दो नर शावक करीब डेढ़ माह से बाघिन के साथ दिखाई नहीं दे रहे हैं. रणथंभौर टाइगर रिजर्व प्रथम के डीएफओ मोहित गुप्ता ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। कितने दिनों से शावक नहीं दिख रहे हैं, इसकी जानकारी होने पर ही कुछ कह पाऊंगा।