भरतपुर न्यूज़: शहर में आयोजित हो रहे मंहगाई राहत शिविर में जनआधार के साथ "के नंबर" (K NO) का रजिस्ट्रेशन कराने वाले विद्युत उपभोक्ताओं को ही बिजली में सब्सिडी मिलेगी। जो उपभोक्ता अभी रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाए है, उन्हें बाद में रजिस्ट्रेशन कराने पर मई के बाद में जारी होने वाले बिलों में सब्सिडी का लाभ मिल जाएगा। बीईएसएल के सीओओ आकाश सक्सेना ने बताया कि राज्य सरकार के दिशा निर्देशों के तहत मंहगाई राहत शिविरों में जनाधार के साथ "के नंबर" का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है, इसके बिना बिलों में 100 यूनिट तक फ्री बिजली और अन्य सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा।
हालांकि सरकार ने जून के बाद रजिस्ट्रेशन कराने वाले उपभोक्ताओं को मई के बिल के बाद जितने भी बिल जारी होंगे, उन सबकी सब्सिडी को रजिस्ट्रेशन के बाद जारी होने वाले बिल में समायोजित कर दिया जाएगा। इस तरह मंहगाई राहत शिविर में रजिस्ट्रेशन कराने वाले सभी उपभोक्ताओं लाभ मिल जाएगा। सक्सेना ने बताया कि जिन उपभोक्ताओं ने शिविरों में रजिस्ट्रेशन करा लिया है, उनके बिलों में उनका रजिस्टर्ड नम्बर अंकित किया जा रहा है।
यदि किसी उपभोक्ता के बिल पर रजिस्टर्ड नम्बर नहीं है तो इसका अर्थ है, उन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है या सरकार ने उनका रजिस्टर्ड नम्बर विद्युत विभाग को नहीं भेजा है, इस बारे में उपभोक्ताओं को बीईएसएल के बिजलीघर स्थित कार्यालय में जाकर अपने रजिस्ट्रेशन की पूरी जानकारी देनी होगी।