प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित योजना का मुख्य उद्धेश्य
सीकर । प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की जागरूकता के लिए एमएसएमई विकास कार्यालय जयपुर, जिला प्रशासन सीकर, उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र सीकर की ओर से एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम बुधवार को जिला परिषद सभागार सीकर में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में सहायक निदेशक एमएसएमई मधुकर शर्मा, एमएसएमई स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य रमेश जलधारी एवं राजेश सिंह ने पीएम विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत 18 व्यवसायों से संबंधित कारीगरों को प्रोत्साहन के लिए प्रशिक्षण, टूल किट एवं ऋण आदि की सुविधा संबंधित जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने जेम पोर्टल की जानकारी के साथ साथ राज्य व केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।कार्यक्रम में विश्वकर्मा योजना में ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन भी किया गया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश विश्नोई ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की योजना है, जिसका उद्धेश्य हाथ से औजार का उपयोग करके काम करने वाले पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को पहचानना और सशक्त बनाना है।
महाप्रबन्धक जिला उघोग केन्द्र सीकर विकास सिहाग ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 18 वर्ष से अधिक के कारीगर या शिल्पकार है जो स्व रोजगार के आधार पर असंगठित क्षेत्रों में हाथों और औजारों से काम करते है। उन्होंने बताया कि लाभार्थी को स्व—रोजगार, व्यवसाय विकास के लिए केन्द्र या राज्य सरकार द्वारा पिछले 5 वर्ष में चलाई जा रही क्रेडिट आधारित योजनाओं जैसे कि पीएमईजीपी, पीएम स्वनिधी, मुद्रा क तहत ऋण नहीं लिया होना चाहिए हालांकि मुद्रा एवं स्वनिधि के लाभार्थी जिन्होंने अपना ऋण चुका दिया है वें भी पीएम विश्वकर्मा योजना के पात्र होंगे। वहीं पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत आने वाले ट्रेडस लकड़ी आधारित, लोहा व धातु आधारित, सोना चांदी आधारित, मिट्टी आधारित, पत्थर आधारित, चमड़े व निर्माण से संबंधित शामिल किए गए है।
इस दौरान धर्मेंद्र दाधीच, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं उघोग विभाग के अधिकारी कार्मिक व आमजन उपस्थित रहे।