Jaipur: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफल क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान

Update: 2025-02-05 04:48 GMT
Jaipurजयपुर । शिक्षामंत्री श्री मदन दिलावर की अध्यक्षता में शिक्षा संकुल के सभागार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन व राज्य में शिक्षा के संरचनात्मक सुधार के लिए शिक्षा विभाग की ओर से चलाए जाने वाले मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान (MSRA) के बिंदूओं सहित शिक्षा के क्षेत्र में समग्र विकास, आधुनिक शिक्षा पद्धति एवं आवश्यक सुधार के सम्बन्ध में
विस्तृत चर्चा हुई।
शिक्षा मंत्री ने प्रारंभिक शिक्षा के सुढढीकरण एवं मातृभाषा में प्रारंभिक शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि अब तक 12 जिलों का स्थानीय शब्दकोश तैयार किया जा चुका है। अन्य जिलों का शब्दकोश भी जल्द तैयार कर लिया जाएगा। उन्होंने आरएससीईआरटी में योग्य शिक्षाविदों की सहायता लेकर गुणवत्तापूर्ण कार्य व विद्या​र्थी हितों से जुड़े कार्यों को चरणबद्ध रूप से संपादित करने की प्रतिबद्धता दिखाई। साथ ही शिक्षाविदों द्वारा साझा किए सुझावों पर विचार विमर्श करने और अमल में लाने का आश्वासन भी दिया।
राजस्थान को मॉडल स्टेट बनाना है उद्देश्य —
इससे पहले शिक्षा सचिव श्री कृष्ण कुणाल ने मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि इस अभियान का उद्देश्य एनईपी में राजस्थान को मॉडल स्टेट बनाना, राजकीय विद्यालयों में नामांकन बढ़ाना और शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना है। अभियान के तहत एनईपी 2020 के 202 टास्क में से 185 टास्क शामिल होंगे, जिन्हें चार बिंदूओं में संपादित किया जाएगा। उन्होंने विद्यार्थी, शिक्षक, समग्र शिक्षा एवं शैक्षणिक परिणाम के उन्नयन केंद्रित कार्यों, आगामी समय में किए जाने वाले बेहतर प्रयास, विद्यालयों में संसाधनों की उपलब्धता, पूर्ण साक्षरता के लक्ष्य को प्राप्त करना और पाठ्यक्रम में आवश्यक परिवर्तन सहित अन्य नवाचारों की जानकारी भी दी।
बैठक में शिक्षा सचिव ने राजकीय विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने सहित अपार आईडी पर भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आगामी नवाचारों में बेहतर परिणाम देने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। इस दौरान बैठक में मौजूद शिक्षाविदों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
बैठक में राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त श्रीमती अनुपमा जोरवाल, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा श्री सीताराम जाट, अतिरिक्त परियोजना निदेशक श्री सुरेश कुमार बुनकर, शिक्षाविद् सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।
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