16 करोड़ रुपये के जाब की लड़ाई में एक की हार, एक की हार
इस तरह के ऑपरेशन में काफी जोखिम होता है लेकिन परिवार वालों की सहमति से ऑपरेशन किया गया और अब बच्चा धीरे-धीरे ठीक हो रहा है।
जयपुर : एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने सीएम चिरंजीवी योजना के तहत नि:शुल्क जटिल ऑपरेशन कर डेढ़ वर्षीय तनिष्क को नया जीवन दिया है. तनिष्क डाउन सिंड्रोम से पीड़ित था और उसके दिल में छेद था। एसएमएस अस्पताल आने से पहले परिजनों ने कई अस्पतालों में उसका इलाज कराया, लेकिन हर जगह उम्र का हवाला देकर ऑपरेशन से मना कर दिया गया।
ऐसे में परिजनों ने एसएमएस अस्पताल में सीटीवीएस सर्जन डॉ हेमलता वर्मा से संपर्क किया. डॉ. वर्मा ने बताया कि इस बीमारी में हृदय में छेद के जरिए रक्त हृदय से फेफड़ों में प्रवाहित होने लगता है। इससे फेफड़ों में दबाव बहुत अधिक हो जाता है। ऑपरेशन में देरी होने पर अशुद्ध रक्त विपरीत दिशा में बहने लगता है और जब हालत बिगड़ती है तो आंतरिक अंगों से खून निकलने लगता है।
डॉ वर्मा ने बताया कि आमतौर पर नवजात बच्चों में हार्ट होल का ऑपरेशन तुरंत कर दिया जाता है लेकिन इस बच्चे की उम्र कुछ ज्यादा थी. इस तरह के ऑपरेशन में काफी जोखिम होता है लेकिन परिवार वालों की सहमति से ऑपरेशन किया गया और अब बच्चा धीरे-धीरे ठीक हो रहा है।