पांच साल की बच्ची अपने बड़े भाई के साथ घर से निकली थी, लेकिन स्कूल पहुंचने से कुछ देर पहले वह अचानक लापता हो गई। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने उसके परिजनों को सूचना दी।
अब तक आपने स्कूल और कॉलेज के बड़े बच्चों को बंक मारते हुए अक्सर सुना और देखा होगा, नहीं तो कभी न कभी आपने भी बंक किया ही होगा। अगर, हम आपको बताएं कि एक पहली कक्षा की बच्ची ने स्कूल बंक मारा तो शायद ही आप इस पर विश्वास करें, लेकिन जयपुर के चाकसू इलाके में सच में ऐसा ही हुआ है। एक छोटी घर से स्कूल के लिए निकली, लेकिन वहां नहीं पहुंची। इसके बाद परिजन और पुलिस सब उसे तलाशने में जुट गई। काफी देर के प्रयास के बाद बच्ची सामने आई और स्कूल नहीं जाने का कारण बताया। आइए जानते हैं बच्ची ने ऐसा क्यों किया?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पूरा मामला जिले के चाकसू थाना इलाके के मीणा की ढाणी का है। जहां रहने वाले हरि राम मीणा की 5 साल की बेटी पायल हर दिन की तरह सोमवार को स्कूल गई थी। वह अपने बड़े भाई के साथ स्कूल जाती थी। उस दिन भी वह भाई के साथ नाश्ता कर स्कूल के लिए निकली थी, लेकिन जब पायल का भाई स्कूल पहुंचा तो उसकी बहन उसके साथ नहीं थी।
स्कूल प्रबंधन ने उससे पायल के स्कूल नहीं आने का कारण पूछा तो उसने बताया कि वह मेरे साथ ही स्कूल आ रही थी। स्कूल पहुंचते ही वह कहीं चली, पता नहीं कहां गई है। छोटी बच्ची के लापता होने की जानकरी लगते ही स्कूल प्रबंधन हैरान हो गया। उन्होंने पायल के परिजनों को फोन कर इसकी जानकारी दी। वह स्कूल पहुंचे और बेटी को तलाश किया, लेकिन उसकी जानकारी नहीं मिली।
इसके बाद पायल के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची की तलाश शुरू की, स्कूल के अन्य बच्चों से भी पूछताछ की गई। इसी दौरान कुछ बच्चों ने पुलिस को बताया कि स्कूल के कुछ दूर एक तालाब है, उन्होंने पायल को उसी तरह जाते हुए देखा था। पुलिस और पायल के परिजन तालाब के पास पहुंचे, लेकिन उसका पता नहीं चला। किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए पुलिस ने एसडीआरएफ गोताखोर की टीम को बुलाया और तालाब में तलाश शुरू की।
बच्ची के परिजन, स्कूल प्रबंधन और पुलिस की टीमें पायल को तलाश कर रहीं थी। इस बीच स्कूल के बच्चों की छुट्टी का टाइम हो गया। उनकी छुट्टी के लिए घंटी बजाई गई, इस दौरान पायल स्कूल के सामने मौजूद एक खेत से बाहर निकल गई आ गई। बच्ची को सकुशल वापस आते देख पुलिस, परिजन और स्कूल प्रबंधन ने राहत की सांस ली।
पायल के मिलने के बाद परिजन, पुलिस और स्कूल प्रबंधन ने उससे पूछा कि वह कहां गई तो उसका जवाब सुनकर सभी हैरान रह गए। बच्ची ने उनसे कहा कि उसे स्कूल आना अच्छा नहीं लगता है, इसीलिए वह स्कूल नहीं गई और खेत में ही बैठी थी। स्कूल की छुट्टी की घंटी सुनकर वह बाहर आ गई।