ACS से वार्ता के बाद 15 सितंबर तक स्थगित हुई नर्सों की हड़ताल, जवाब का इंतज़ार
नागौर। नागौर जिले के नर्सिंग कर्मी पिछले 46 दिनों से लगातार धरने पर बैठे थे, वहीं दो घंटे कार्य बहिष्कार भी कर रहे थे। ऐसे में शुक्रवार रात एसीएस से वार्ता के बाद धरना आगामी 15 सितंबर तक अस्थाई तौर पर स्थगित कर दिया गया है। जिला संरक्षक मुकेश रेवाड़ के अनुसार शुक्रवार देर शाम एसीएस से मुलाकात के बाद प्रदेश कार्यकारिणी ने 15 सितंबर तक हड़ताल को स्थगित कर दिया है। एसीएस ने वार्ता के दौरान बताया कि नर्सेज की वाजिब मांगों के लिए सरकार संवेदनशील है और 15 सितंबर तक सभी आदेश जारी कर दिये जाएंगे। वार्ता के दौरान नर्सेज का ड्रेस कोड एम्स की तर्ज पर हाथों हाथ बदलकर लागू आदेश भी जारी कर दिया। मीडिया इंचार्ज प्रेम पूनिया ने बताया कि 11 सूत्री मांगों को लेकर नर्सेज पिछले 46 दिन से आंदोलन कर रहे थे। वहीं 1 अगस्त से 2 घंटे का कार्य बहिष्कार भी कर रहे थे। प्रदेश स्तर की कार्यकारिणी की एसीएस (फाइनेंस और मेडिकल) की वार्ता के बाद हड़ताल को 15 सितंबर तक अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया गया।
डेगाना पंचायत समिति के आईटी केंद्र में स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में वीडियो कॉन्फ्रेंस के तहत नगर पालिका डेगाना की ओर से बैठक आयोजित की गई। जिसमें अधिशासी अधिकारी पिंटूलाल जाट ने बैठक ली। तकनीकी सहायक मूलसिंह चारण, सीताराम लॉमरोड, एम. इन्फोसिस सिस्टम मैनेजर रामनिवास ज्याणी, इंद्रा देवी सींवर, रीतू राड़ और इंदिरा गांधी रोजगार गारंटी योजना के मैटों के साथ जाट ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में भाग लिया। इस मौके पर ईओ ने कहा कि कहा कि राजस्थान सामाजिक सुरक्षा, शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, महिला सशक्तीकरण, रोजगार, आर्थिक विकास सहित हर क्षेत्र में देश का मॉडल स्टेट बनाने के सपने को विजन 2030 डॉक्यूमेंट के जरिए साकार करना है। इसके लिए आवश्यक है कि इस दस्तावेजों में प्रदेश के प्रबुद्धजनों, विषय विशेषज्ञों, हितधारकों, युवाओं एवं समाज के सभी वर्गों के सुझावों एवं प्रदेशवासियों की आकांक्षाओं व अपेक्षाओं को सम्मिलित किया जाए। इस उद्देश्य से राज्य में राजस्थान मिशन 2030 अभियान संचालित किया जाएगा।