अब दिए गए निर्देशों और वर्तमान स्थिति पर बनेगा प्रजेंटेशन जिला कलक्टर ने दिए विभिन्न निर्देश
बांसवाड़ा। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिला कलक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव की अध्यक्षता में गुरूवार को हुई। इस दौरान डॉ. यादव ने समीक्षा का तरीका बदलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगले माह से समीक्षा का प्रारूप बदला जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो सुधार के निर्देश दिए जा रहे हैं, उसे अगले माह तक कितना सुधार हुआ इस संबंध प्रजेंटेशन पेश किया जाए। ताकी बैठक का कितना असर हुआ यह ज्ञात हो सके। उन्होंने कहा कि बैठक में जो निर्देश दिए जाते हैं उनका अमल होगा तो ही सुधार होगा। इसलिए अब डीएचसी में पिछली बार दिए निर्देशों और अब तक की प्रोग्रेस को दर्शाया जाएगा। ताकी किसी भी प्रकार की प्रोग्रेस नहीं होने पर उसी समय कार्रवाई भी अमल में लाई जा सकेगी। जिला कलक्टर डॉ यादव ने कहा कि कोई निर्देश मिलने के बाद एक सप्ताह के भीतर सुधार हो जाना चाहिए। यदि नहीं होता है तो माना जाएगा संबंधित ने जानबुझकर कार्य नहीं किया या उसे सुधार के लिए कोई रूचि नहीं है। उन्होंने कहा कि बीसीएमओ स्वयं जिम्मेदारी लेकर कार्य करेंगे तो हर कार्य आसानी से पूरा होगा। उन्होंने कमजोरी वाले क्षेत्र चिन्हित करने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भरतराम मीणा ने बताया जिल में आयुष्मान आरोग्य योजना संबंधित जानकारी देते हुए ईकेवाइसी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में टारगेट के फलस्वरूप 70.24 फीसदी प्रोग्रेस हुई है। जो परिवार के सदस्य बाहर रोजगाररत है, उनका ईवाईसी अभी शेष है। ऐसे में होली पर अधिकतर लोग घर लौटते है। इस दौरान शत प्रतिशत अचीमेंट प्राप्त करने के निर्देश दिए। वहीं उन्होंने जानकारी दी कि आयुष्मान कार्ड का वितरण भी किया जाना है। इसके लिए सभी कार्ड ऑनलाइन दर्ज होंगे।
डिप्टी सीएमएचओ डॉ राहुल डिंडोर ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया की जांच में बांसवाड़ा आठ जिलों में नंबर वन पर प्रदर्शन कर रहा है। लेकिन फिर भी जिले में अभी तक 13 हजार किट पेंडिंग है। उन्हें होली के पहले समाप्त करने के निर्देश दिए है। उन्होंने जानकारी दी कि अब तक 335551 लोगों की सिकल एनिमिया जांच हो चुकी है।
जिला कलक्टर इंद्रजीत यादव ने अपने निरीक्षण किए गए संस्थानों के नाम लिए बगैर कहा कि साफ सफाई के लिए हमें विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कि अस्पतालों में चददरें बदलने से काम नहीं चलेगा। हमें नियमित स्वच्छता बनाए रखनी होगी। उन्होंने कहा कि निरीक्षण में पाया गया है कि हम मशीनरी को भी सही तरीके सफाई नहीं करते है। उन्होंने हर सप्ताह वार्ड में रखे संस्थाधन, बेड़, बॉर्ड की भी सफाई करने के निर्देश दिए।
इस दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ खुशपाल सिंह, डीपीसी डॉ प्रवीण गुप्ता, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ पीके वर्मा, बीसीएमओ डॉ मुकेश मईड़ा, डॉ दीपक पंकज, डॉ प्रवीण लबाना, डॉ. देवेंद्र डामोर, डॉ. गिरीश भापोर, डॉ. भीमसिंह ने भी विभिन्न मुददों पर चर्चा की।
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