आंदोलन की चेतावनी, महाराजा कॉलेज के गोखले हॉस्टल की जमीन अधिग्रहण को लेकर विरोध
एसएमएस अस्पताल में बन रहे आईपीडी टावर के तहत महाराजा कॉलेज के गोखले छात्रावास की जमीन का अधिग्रहण किया जाना
जयपुर. एसएमएस अस्पताल में बन रहे आईपीडी टावर के तहत महाराजा कॉलेज के गोखले छात्रावास की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. जिसको लेकर अब विरोध के स्वर सुनाई देने लगे हैं. जमीन अधिग्रहण के विरोध में गोखले हॉस्टल एलुमिनाई आगे आए हैं और इसे रोकने के लिए सोशल मीडिया कैंपेन शुरू किया गया है. साथ ही कॉलेज और हॉस्टल के पूर्व छात्रों ने भी जमीन अधिग्रहण का फैसला वापस नहीं लेने की स्थिति में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. हालांकि, 12 जुलाई को यूडीएच मंत्री के अध्यक्षता में संबंधित विभागीय मंत्री और अधिकारी कोई बीच का रास्ता निकालने पर चिंतन करेंगे.
सवाई मानसिंह अस्पताल परिसर में बने रहे आईपीडी टावर के पास की सड़क (टोंक रोड से जेएलएन मार्ग को जोड़ने वाली सड़क) की चौड़ाई 160 फीट करने और 132 केवी क्षमता का नया जीएसएस बनाने की तत्काल जरूरत (IPD Tower in SMS Hospital) जताई जा चुकी है, जिसके लिए जमीन चाहिए. अभी सड़क की चौड़ाई 40 से 50 फीट है, जिसे बढ़ाकर 160 फीट किया जाना है. इसके लिए महाराजा कॉलेज के हिस्से की तरफ से कम से कम 100 फीट चौड़ाई में जमीन चाहिए.
शुरू किया सोशल मीडिया कैंपेन: जेडीए अफसर, सरकार को इसकी जरूरत जता चुके हैं. हालांकि बीते दिनों हुई सिंडीकेट की बैठक में ये प्रस्ताव पहुंचा भी था. इस बैठक में विधायक रफीक खान और अमीन कागजी भी मौजूद थे, लेकिन जमीन देने पर सहमति नहीं बनी. अब महाराजा कॉलेज गोखले हॉस्टल के एलुमिनाई ने जमीन अवाप्ति रोकने के लिए सोशल मीडिया पर "SAVE EDUCATION, SAVE MAHARAJA" कैंपेन शुरू किया है. साथ ही सरकार को चेतावनी दी है कि यदि महाराजा कॉलेज परिसर की जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया नहीं रोकी जाती, तो गोखले हॉस्टल के मौजूदा छात्र और पूर्व छात्र बड़ा आंदोलन करेंगे.
जानकारी के अनुसार सड़क की चौड़ाई बढ़ाने और भूमि अधिग्रहण के मामले को सुलझाने के लिए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव, संबंधित विभागों के अधिकारी और यूनिवर्सिटी कुलपति 12 जुलाई को मीटिंग करेंगे. आईपीडी टावर के लिए 132 केवी ग्रिड सब स्टेशन और सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के लिए महाराजा कॉलेज परिसर की जमीन अधिग्रहण प्रस्तावित है. इसके लिए 10 हजार 750 वर्गमीटर जमीन महाराजा कॉलेज के गोखले होस्टल परिसर से अधिग्रहण की जाएगी. जिसका अब खुलकर विरोध हो रहा है.
कुलपति को सौंपा ज्ञापन: उधर, राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षक संघ और अशैक्षणिक कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने महाराजा महाविद्यालय की जमीन को सवाई मानसिंह अस्पताल के आईपीडी टावर अधिग्रहण करने के विरोध में कुलपति को ज्ञापन दिया. शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ संजय कुमार और कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि महाराजा महाविद्यालय की भूमि अगर सरकार लेती है तो वहां स्थित छात्रावास, वार्डन हाउस, प्राचार्य आवास और कई कर्मचारियों के आवास ध्वस्त होंगे. विश्वविद्यालय को बड़े स्तर पर आर्थिक हानि होगी. ऐसे में उन्होंने महाविद्यालय की जमीन को न्यायसंगत नहीं बताते हुए इस पर पुनर्विचार की मांग की.