नागौर। नागौर उमस और भीषण गर्मी के बीच मौसम विभाग की ओर से जिलेवासियों के लिए राहत की खबर है. राज्य में दक्षिण पश्चिम मानसून तय समय पर 25 जून को प्रवेश कर चुका है. मानसून नागौर यानी अजमेर जिले की सीमा तक पहुंच गया है. अजमेर में मानसून की दस्तक के साथ ही इसका असर नागौर जिले में देखने को मिला. यहां रविवार को सुबह पौने तीन बजे से करीब एक घंटे तक तेज रफ्तार हवाओं के साथ तेज बारिश का दौर चला. जिससे शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया. मौसम विभाग जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून ने तय समय पर प्रदेश में दस्तक दे दी है. अजमेर जिले में प्रवेश कर चुका है जिसके 27 जून को नागौर में प्रवेश करने की संभावना है।
मानसून के लिए बनी अनुकूल परिस्थितियों के कारण 27 जून से अगले चार-पांच दिनों तक जिले में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहेगा. इससे पहले रविवार को भी पूरे दिन गर्मी और उमस का दौर चला। लोग पसीने से लथपथ थे. आसमान में बादल छाये हुए थे. जिले में पिछले साल की तुलना में तीन दिन पहले मानसून प्रवेश करेगा। 2020 में मानसून 24 जून को आया। 2021 में उसने 11 जुलाई और 2022 में 1 जुलाई को प्रवेश किया। इस बार नागौर में 3 दिन पहले 27 जून को एंट्री संभव है। जिले में भले ही मानसून 27 जून को प्रवेश करेगा, लेकिन उससे पहले ही औसत बारिश का 60 फीसदी कोटा पूरा हो चुका है। एक के बाद एक सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ (चक्रवात) और बिपरजॉय तूफान के असर से अब तक जिले की 15 तहसीलों और एक उपतहसील में औसतन 220 मिमी बारिश हो चुकी है। जबकि जिले में औसत बारिश का कोटा 363.3 मिमी है।