राजस्थान में आफत बनी मानसून, पिछले 24 घंटों में कोटा, झालावाड़ और बारां में 10 इंच हुई बारिश, 6 जिलों में स्कूल बंद

राजस्थान में भारी और अति भारी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में मानसून अब राहत की जगह आफत बनता जा रहा है।

Update: 2022-08-24 03:44 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान में भारी और अति भारी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में मानसून अब राहत की जगह आफत बनता जा रहा है। पिछले 24 घंटों में कोटा, झालावाड़, बारां, सवाई माधोपुर, करौली और बूंदी में 10 से 12 इंच बारिश हुई। इससे नदिया पूरे उफान पर है। कोटा बैराज सहित प्रमुख बांधों के गेट खुले हुए है। इससे करीब 35 हजार लोग पानी में फंसे हुए है। राजस्थान के करीब एक दर्जन जिलों में हालात ज्यादा खराब हो गए है। जहां प्रशासन ने एसडीआरएफ और सेना से सहयोग मांगा है। कोटा, बारां, झालावाड़, टोंक और बूंदी में स्कूल बंद है। रेस्क्यू के लिए सेना का सहयोग मांगा गया है। वहीं प्रदेश के पांच जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 17 टीमों को भेजा गया है। हाड़ौती क्षेत्र में बिगड़ते हालातों को देखते हुए सेना के हेलिकाप्टर को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। बारां और झालावाड़ जिले में बचाव अभियान चलाने के लिए भारतीय वायुसेना के एक हेलिकाॅप्टर को भी बुलाया गया है। राजस्थान में चंबल नदी समेत कई नदियां उफान पर है।

6 जिलो में स्कूलों में छुट्टी
प्रदेश में भारी बारिश के बाद कई जिलों में हालात बेकाबू है. अब जिला प्रशासन ने ) एहतियात के तौर पर राजस्थान के 6 जिलों के स्कूलों में अवकाश घोषित किया है. जिला प्रशासन ने बारां, टोंक, सिरोही, जालोर, उदयपुर व झालावाड़ जिले के स्कूलों में बुधवार को अवकाश रहेगा। आपदा एवं राहत प्रबंधन के सचिन आशुतोष पेडनेकर ने बताया कि धौलपुर एवं झालावाड़ जिले में राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना की टुकड़ियां तैनात की गई है। उन्होंने कहा कि बारां और झालावाड़ जिले में फंसे कुछ लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए हेलिकाॅप्टर मुहैया कराया गया है। घरों में पानी भर गया है। प्रशासन खाने के पैकेट बांट रहा है। वहीं आज किसी भी समय बीसलपुर बांध के गेट खोले जा सकते हैं।
कोटा जिले में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बने
वहीं कोटा जिले में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए है। एक दर्जन से अधिक इलाकों में हालात विकट हो गए है। जबकि झालावाड़ जिले में करीब 53 लोगों को नावों के जरिए बचाया गया है। कई गांव ऐसे है जो जिला मुख्यालय से पूरी तरह से कट गए है। भरतपुर के संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने बताया कि धौलपुल जिले में राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिए गए है। कोटा के सरपंच रफीक पठान ने बताया कि हालात बाढ़ जैसे हालात हो गए है। प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा है। झालावाड़ में तेज बारिश के कारण कालीसिंध बांध के 27 गेट, भीमसागर के 6, छापी के 10, राजगढ़ के बांध के 7 गेट, राणा प्रताप सागर बांध के 16, जवाहर सागर 11, कोटा बैराज 14 और गांधी सागर के 19 गेट खोले गए।
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