कोटा। कोटा सोशल मीडिया पर चेटिंग करते पकड़े जाने पर परिजनों ने नाबालिग की टोका। जिससे नाराज होकर नाबालिग घर से निकल गई। और सोशल मीडिया पर बने दोस्त के साथ ट्रेन में बैठकर जयपुर पहुंची। फिर वहां से अलवर चले गए। अलवर के एक गांव में मंदिर में दोनों ने शादी कर ली। इधर नाबालिग के नहीं मिलने पर परिजनों ने बोरखेड़ा थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर नाबालिग को पकड़ा। और बाल कल्याण समिति (CWC) के सामने पेश किया। समिति ने नाबालिग को राजकीय बालिका गृह नांता में अस्थाई आश्रय (शेल्टर) दिलाया है।
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कनीज फातमा ने बताया कि 15 वर्षीय बालिका ने 8 वीं कक्षा में पढ़ती है। पिता मजदूरी का काम करते है। 6 महीने ने बालिका स्टेशन पर रहने वाले युवक से सोशल मीडिया के जरिए सम्पर्क में थी। इंटग्राम पर उससे बात करती थी। काउसलिंग में बालिका ने बताया कि मोबाइल पर इंस्टाग्राम बात करते समय माता पिता ने पकड़ लिया। उसे डांट फटकारना शुरू कर दिया। जिससे तंग आकर 29 अप्रैल को बिना बताए 500 रूपए लेकर घर से निकल गई। वहां से दोस्त के साथ ट्रेन में बैठकर जयपुर पहुंची। जयपुर घूमने के बाद अलवर निकल गए। अलवर के एक गांव में मंदिर में जाकर एक दूसरे को माला पहनाई। दोस्त ने मांग में सिंदूर भरा। 12 दिन बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। और कोटा में बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया। फातमा ने बताया कि 10 मई को बालिका को समिति के सामने पेश किया गया। उसका मेडिकल हो चुका है।उसके 164 के बयान होने है। बालिका परिजनों के साथ नहीं जाना चाहती। संरक्षण की आवश्यकता होने पर उसे बालिका गृह में अस्थाई आश्रय दिलाया है। उसकी काउंसलिंग की जा रही है।